क्षेत्र में फेली गंदगी एवम् पोलिथीन खड़ा करती बड़ा सवाल
संजय मेघवाल
मेनार।- उपखंड क्षेत्र की कई ग्राम पंचायते ऎसी हे जहा चुनाव से पूर्व जनप्रतिनिधि वोट बैंक बनाने के चक्कर में जनता से कई बड़े वादे करते हैं एवं पंचायत को आदर्श बनाने से नहीं चूकते लेकिन जीतने के बाद उनका रुख़ पंचायत के प्रति एवम् आमजन प्रतिनिधि के प्रति समय के साथ बदल जाता है । वल्लभनगर उपखंड क्षेत्र के कई पंचायत ऐसी है जहां विकास के नाम पर कौई प्रगति नही हुई है। एवं बिजली ,पेयजल एवं गरेलू निकासी के अभाव में आमजन को परेशान होना पड रहा हे। वही गांव की प्रमुख मोहल्लों में कीचड़ व्याप्त होने से स्वच्छता अभियान की भी धज्जियां उड़ाती नजर आ रही है। ऐसा ही हाल ग्राम पंचायत मेनार में देखने को मिल रहा है । उल्लेखनीय है कि प्रमुख रास्ते वार्ड दो हनुमान रास्ता , निचलिपोल विक्का मेहता चोक , लूणा वतो का मोहल्ला नोहरे के पास सहित कई ऎसे रस्ते है जहाँ पिछले लंबे अरसे से निकासी के आभाव में बिच राह कीचड़ व्याप्त है। जिसके कारण क्षेत्र वासीयो एवम् राहगिरो को कई मुसीबतो का सामना करना पड़ रहा है। जिसकी पंचयत के जिम्मेदार अधिकारियो को शिकायत के बाद भी समस्या जस की तस बानी हुई है।
जिला प्रमुख द्वारा स्वीकृत राशि की उडी धज्जिया –
उल्लेखनीय हे की साल भर पूर्व गांव की व्यवस्थित निकासी हेतु नाले का निर्माण के लिए जिला प्रमुख शांति लाल मेघवाल द्वारा स्वीकृत पांच लाख राशि से मेनार अमरपुरा मार्ग पर बनाया गया नाला कार्य भी अधूरा पड़ा हुआ है। एवम् खुला होने के कारण हर समय राहगीरों के लिए बड़े हादसों का कारण बना हुआ है। जिसकी पंचायत के किसी भी जिम्मेदार की सुध लेना भी उचित नही समजते है।साथ ही क्षेत्र का बहुत बड़ा हिस्सा काला भाटा ,एवम् बरोडीया महादेव जी भील बस्ती क्षेत्र तो विकास से कोसो दूर है। उल्लेखनीय किसी क्षेत्र में पंचायत समिति सदस्य वाना मेनार का आवास होने के बावजूद भी मूलभूत सुविधाओं से परे है । साथ ही पिछले 10 दिन पूर्व मेला आयोजित क्षेत्र में पॉलीथिन की बिखरी हुई स्थिति पशु मेला आयोजको पर सवाल खड़ा करती है। ऐसी स्थिति को देखकर ग्रामीणों एवम् आमजन के मन में एक ही सवाल उठता है की वो आदर्श पंचायत बनाने के वादे कहा गये। क्यों जनप्रतिनिधि ऎसे समस्याओ से मुख मोड़ रहे है। क्या आम जन वोट बैंक ही है?