देश में बचे अब 1594 बाघ

देश में अब केवल 1594 बाघ बचे है। वर्ष 2010 की बाघ जनगणना में देश में 1706 बाघ थे उनमें से 112 की मौत के बाद अब केवल 1594 बाघ बचे है। राष्ट्रीय पशु बाघ के संरक्षण पर हर साल करोड़ों रुपए खर्च किए जाने के बावजूद इनके शिकार पर रोक नहीं लग सकी है।

राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की ओर से जारी अधिकृत डेटाबेस के मुताबिक नवंबर 2012 तक 58 बाघों की मौत हुई है। इनमें से अधिकतर प्रकरणों में बाघों की मौत के कारणों की जांच की जा रही है।

खास बात यह है कि वर्ष 2011 में 54 बाघों की ही मौत हुई थी। इस साल 11 माह में मौत के शिकार हुए 58 बाघों में से करीब एक-चौथाई की मौतों का रहस्य गहराया हुआ है। कुछ की मौत रोड एक्सीडेंट या आपसी टैरीटरी के चलते हुए है।

आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में 13, मध्यप्रदेश में दस, कनार्टक में नौ, उत्तराखण्ड़ में आठ, उत्तर प्रदेश और असम में पांच-पांच, केरल एवं पश्चिम बंगाल में दो-दो, तमिलनाडु में तीन और बिहार में एक बाघ की मौत हुई है।

राजस्थान को पिछले 6 साल में केन्द्र से बाघ संरक्षण के लिए करीब 160 करोड़ रुपए अनुदान मिल चुका है। इसके बावजूद राष्ट्रीय अभयारण्य रणथम्भौर से पौने दो साल पहले गायब हुए चार बाघों का राज्य सरकार अब तक सुराग नहीं लगा सकी है। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के डेटाबेस में भी राजस्थान के इन गायब बाघों का जिक्र नहीं है।

देशभर की बाघ परियोजनाओं को फंड जारी करने और बाघों के संरक्षण का कार्य देखने वाले राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार इस साल 11 माह में 58 बाघों की मौत हो चुकी है। इनमें से कई की मौत के पीछे शिकार की बात सामने आ रही है।

एनटीसीए की अधिकृत रिपोर्ट में मृत बाघों की यह संख्या पिछले साल की कुल मौतों से भी ज्यादा है। ये आंकड़े वन्यजीव विशेषज्ञों के लिए चिंता का विषय बने हुए है।

जानकारी के अनुसार राजस्थान के बाघ टी-21, टी-27, टी-29 और टी-40 के बारे में वन विभाग के अफसर यही रिपोर्ट देते रहे हैं कि ये बाघ डेढ़ साल पहले से गायब हैं। इनके न तो मृत शरीर बरामद हुए है और न ही इनके जिंदा होने की रिपोर्ट मिली है। इसलिए वन विभाग ने भी इन्हें मृत नहीं माना है। हालांकि इन बाघों में से 2 की उसी समय मृत होने की आशंका व्यक्त की गई थी। बाघ संरक्षण को लेकर राजस्थान सरकार ने दावे तो काफी किए,लेकिन नतीजा कुछ भी नहीं निकला।

प्रदेश की वनमंत्री बीना काक का कहना है कि बाघ की मौत पर जांच जारी है,आगे से इस तरह की घटना नहीं हो इसके प्रबंध किए जा रहे है।

Comments are closed.

error: Content is protected !!