रिश्वत के मामले में फंसे पुलिस अधीक्षक

राजस्थान के इतिहास में आज एक चौंकाने वाली घटना हुई, जिन पुलिस अधिकारियों पर सुरक्षा और भ्रष्टाचार रोकने की जिम्मेदारी होती है वहीं रिश्वत के मामले में फंस गए। यह घटना हुई भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी और अजमेर जिला पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा के साथ हुई।

सरकार और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को काफी समय से शिकायत मिल रही थी कि मीणा अपने एक विश्वस्त के माध्यम से रिश्वत लेते हैं। पुलिस अधीक्षक की रिश्वतखोरी के कारण जिले की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट होने के साथ ही भ्रष्टाचार बढ़ गया। लंबे समय से मिल रही शिकायतों के कारण मीणा पर पिछले एक सप्ताह से निगरानी रखी जा रही थी, आज ब्यूरो अधिकारियों को जानकारी मिली कि आज दोपहर एक मामले में आरोपी द्वारा मीणा को रिश्वत दी जाएगी। यह रिश्वत उनके सरकारी आवास पर देना तय हुआ। दोपहर रिश्वत देने वाला व्यक्ति रामनारायण जैसे ही मीणा के आवास पर पहुंचा और उनके खास दिनेश को दो लाख पांच हजार रुपये की रिश्वत देने लगा तो ब्यूरो अधिकारियों ने उसे तत्काल रंगे हाथ पकड़ लिया। घटना के समय मीणा भी अपने घर पर ही मौजूद थे।

प्रारंभिक जांच में सामने आया कि मीणा अपने विश्वस्त दिनेश के माध्यम से ही रिश्वत के पैसे लेते थे। गौरतलब है कि करीब एक दशक पहले राजस्थान में दो आईएएस अधिकारी रवि शंकर श्रीवास्तव और बी.के.मीणा भी इसी तरह के आरोपों में निलंबित रह चुके है।

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