आइये आज हरीश रावत जी (पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड) की जन्म कुंडली पर चर्चा करते हैं।।
गूगल पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार श्री हरीश रावत का जान 24 अप्रैल 1947 (रविवार) को दोपहर 12 बजे के लगभग उत्तराखंड के मोनानारी में हरीश रावत जी का जन्म हुआ हैं।।
उनकी लग्न और राशि कर्क बनती हैं, जहाँ पर चंद्र शनि की युति एक साथ हैं।।
चन्द्रमा 4 डिग्री का और पुष्य नक्षत्र के प्रथम चरण में हैं वहीँ शनि 9 डिग्री का हैं और पुष्य नक्षत्र के द्वितीय चरण में हैं।।
दशम स्थान में सूर्य, मेष राशि में 13 डिग्री का होकर अश्विनी नक्षत्र के चोथे चरण में विराजित हे।।
इनकी कुण्डली के पंचम भाव में गुरु के साथ केतु बेठा हैं, वृश्चिक राशि में।।
इनकी कुंडली के नवम् भाव में शुक्र, मंगल और बुध की युति एक साथ हैं, मीन राशि में।
कुंडली को ध्यान से देखने से ही समझ में आ जायेगा की हरीश जी षड्यंत्र का शिकार हुए हैं सारी उठा पटक और राजनितिक हलचल का विश्लेषण देखिये ।।
हरीश रावत जी की कुंडली में वर्तमान में चंद्रमा की महादशा चल रही है 28 अक्टूबर 2014 से जो इनका लग्नेश है और लग्न में ही विराजमान है जिसकी वजह से ये मुख्यमंत्री बने हैं।।
अभी इनकी उपलब्ध कुंडली के अनुसार 6 फरवरी 2016 से इनकी राहु की अंतर्दशा शुरू हो गयी हैं।।
हरीश रावत जी की कुंडली में राहु 11 वें भाव में, वृषभ राशि और 10 डिग्री का।।
राहु जो की लग्नेश चन्द्रमा का प्रबल शत्रु है और राजनीती का कारक भी है,अब चूँकि राहु उठा पटक षड्यंत्र साजिश आदि का कारक है और हमेशा अचानक करता है जो भी करता है और सामने वाले को सावधान होने का अवसर भी नही देता इसलिए चंद्रमा में राहु के अन्तर ने हरीश रावत जी को एक सुलझे हुए नेता होते हुए भी साजिश और षड्यंत्र का शिकार बनाया,और उन्हें अपने पद से हाथ धोना पड़ा।।
यह राहु की दशा 6 फरवरी 2016 से 7 अगस्त 2017 तक चलेगी ।।
तब तक हरीश जी को संघर्श करना पड़ेगा।।
अगले वर्ष 2017 में जब चन्द्र में गुरु का अन्तर चलेगा जो की भाग्येश होकर पंचम भाव जो की बुद्धि और मन्त्रणा शक्ति का प्रतीक है में केतु के साथ बेठा है , तब फिर हरीश रावत जी अपनी बुद्धि और योग्यता के दम पर सबको धता बताते हुए उच्च पद पर सुशोभित होंगे।।
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अब चर्चा करते हैं बहुमत साबित करने वाले दिन अर्थात 10 मई 2016, मंगलवार (दोपहर 12 बजे, देहरादून ) के ग्रहों की—
मिथुन राशि में स्थित हैं।
राहु और गुरु का योग सिंह राशि में स्थित होकर चांडाल योग बना रहा हैं।
पंचम भाव में शनि मंगल की युति बन रही हैं, वृश्चिक राशि में।।
दशम स्थान में मेष राशि में सूर्य, शुक्र और बुध की एक साथ युति बनी हुई हैं।।
***** निष्कर्ष — कुल मिलकर देखा जाये तो 10 मई 2016 को ( बहुमत परिक्षण वाले दीन) हरीश रावत के पक्ष में आपेक्षित परिणाम मिलने की सम्भावना बहुत कम दिखाई देती हैं।।