-मनोज सारस्वत- अरांई। भूमाफिया का दबदबा सरकारी भूमि पर किस प्रकार है इसका ताजा उदाहरण अरंाई तहसील मुख्यालय के गांव धोलपुरिया में देखने को मिल रहा है। जहॉ भूमाफिया को सह देने पर ग्रामीणों ने शाला प्रबन्धन समिति के अध्यक्ष व सचिव के खिलाफ लामबद्धता दिखाई है। वहीं के राजकीय बालिका प्राथमिक विद्यालय की दो बीघा जमीन को भूमाफियाओं के लिए सुरक्षित छोड घटिया सामग्री से चार दीवारी निर्माण करने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर से दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
दो बीघा भूमाफिया के लिए छोडने का आरोप :– ग्रामीण रणजीत सिंह, श्योकरण, रामकिशन बैरवॉ, छोटू जाट, उगमाराम जाट, रामधन, बनवारी लाल सहित दो दर्जन ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि गत एक माह पूर्व सर्वशिक्षा अभियान द्वारा बालिका विद्यालय की चार दीवारी का कार्य करवाया गया। इस दौरान उक्त विद्यालय के शाला प्रबन्धन समिति के अध्यक्ष व सचिव ने मिलकर आंवटित पांच बीघा भूमि पर बिना सीमाज्ञान कराये घटिया सामग्री से निर्मित चार दीवारी का करीब तीन बीघा भूमि पर निर्माण कार्य करवा कर दो बीघा भूमि भूमाफियाओं के लिए छोड दी। ग्रामीणों ने सरकारी तंत्र पर भी मिलीभगत का आरोप लगाते हुए भूमाफियाओं को सह देने की बात कही। इससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।
प्रशासन गांवों के संग शिविर में बालिकाओं के लिए हुआ आंवटन :- ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन गांवों के संग शिविर में ग्रामीणों की मांग पर जिला प्रशासन द्वारा राजकीय प्राथमिक बालिका विद्यालय धोलपुरिया में पांच बीघा भूमि खेल मैदान के लिए आंवटित की थी। साथ ही राजकीय माध्यमिक विद्यालय धोलपुरिया के लिए भी दस बीघा भूमि खेल मैदान के लिए आवंटित की गई थी। ग्रामीणों ने शेष बची दो बीघा भूमि को वापस बालिकाओं के खेल मैदान के लिए सुरक्षित करने की पुरजोर मांग की है।
इनका कहना है-
अगर विद्यालय प्रशासन द्वारा इस प्रकार बालिकाओं के लिए सरंक्षित खेल मैदान की भूमि को लेकर लापरवाही बरती गई है तो मामले की पूरी तरह जांच कर दोषियों के खिलाफ कडी कार्यवाही की जायेगी।
-कान्ताप्रसाद शर्मा, बीईईओ, प्रारम्भिक शिक्षा अरांई
बालिका विद्यालय की चार दीवारी निर्माण में सरकारी माप दण्डों का पालन कर आंवटित भूमि पर चार दीवारी का मजबूती से निर्माण किया गया है।
-शेर सिंह, प्रधानाध्यापक, राजकीय बालिका प्राथमिक विद्यालय, धोलपुरिया