जैव विविधता संरक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया

p1p2p3p4बाड़मेर। नेहरू महिला मण्डल, सनावड़ा द्वारा दिनांक 6-8 जनवरी,2014 तक ग्राम सनावड़ा एवं बाड़मेर की ग्लोब एकेडमी उच्च प्राथमिक विद्यालय में कट्स एवं भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के सहयोग से जैव विविधता संरक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
इस अवसर पर ग्राम सनावड़ा में औषधिय पौधों का वितरण, उनकी जानकारी तथा उनसे होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी गई । इस अवसर पर श्रीमती शान्ति सचिव ने अवगत कराया है कि कट्स द्वारा इस महिला मण्डल को जो कार्यक्रम आयोजित करने हेतु दिया गया है उसके तहत गांव को स्वच्छ बनाना तथा औषधिये पौधों को अधिक से अधिक संख्या में तैयार कर उनको अपने अपने आवास स्थल तथा गमलों में लगाया जावे ताकि औषधिये पौधों की सभी को जानकारी भी मिल सके एवं हमारे दैनिक जीवन में काम आने वाली वस्तु भी हमको प्राप्त हो सके।हमको चाहिए कि हम औषधिये पौधों की जानकारी से सभी को अवगत करावें ताकि उन्हें इनके लुप्त होने को रोका जा सके । ऐसे पौधों में अदरक, लोंग, तुलसी, ग्वारपाठा, गोंद, जायफल, जावित्री, कालीमिर्च आदि बहुत सी औषधियां है।
आज दिनांक 8 जनवरी को ग्लोब एकेडमी उ.प्रा.विद्यालय, बाड़मेर में इस कार्यक्रम का समापन किया गया ।
समापन अवसर पर कार्यक्रम के महत्व की जानकारी जन जन तक पहुंचाने बाबत विद्यार्थियों से जैव विविधता संरक्षण पर निबन्ध, चित्रकला, भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया गया । जिसमें विद्यालय के 250 विद्यार्थियोंने भाग लेकर जैव विविधता संरक्षण के बारे में अपने अपने विचारों से अवगत कराया । विद्यार्थियों ने कहा कि अमृता से हमको सीख लेनी चाहिए तथा सिर के बदले रूंख को बचाने की बात आवे तो पहले रूंख को बचाना चाहिए ।
समापन कार्यक्रम का आयोजन विधिवत मां सरस्वती के दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया । जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में बालमंदिर सी.सैकण्डरी स्कूल,बाड़मेर के वरिष्ठ अध्यापक श्री भारत भूषण जांगिड़ एवं अध्यक्षता श्री किस्तूर चन्द ने की ।
अपने उद्बोधन में मुख्य अतिथि महोदय ने कहा कि हमारे जीवन में पर्यावरण का महत्वपूर्ण स्थान है । हमें हमारे आसपास के वातावरण को शु़़द्ध रखने में समाज का सहयोग करना चाहिए तथा घरों में पानी की टंकियों की सफाई, नालियों की सफाई, पॉलिथीन मुक्त करने में सहयोग तथा जैविकी खाद का प्रयोग करने हेतु प्रचार करना चाहिए ।
आज हमारा जीवन नरक होता जा रहा है । पेड़ों के अभाव में शुद्ध वायु का मिलना मुष्किल हो रहा है । शुद्ध पीने योग्य पानी आसानी से उपलब्ध नहीं हो पा रहा है । वातातरण कल कारखानों के धुंए से दूषित हो रहा है नदियों में गंदगी के ढेर लगे हुए है । हमारी पवित्र कही जाने वाली नदियां दूषित हो रही है । उनको बचाने के लिए हमें भगीरथ प्रयास करने चाहिए । हमें चाहिए के औषधिय पौधों के संरक्षण बाबत हमको जागरूकता का संदेष घर घर में फैलाना चाहिए ।
इस अवसर पर श्री किस्तूर चन्द ने अपने वक्तव्य में कहा कि हमारे गांव को पालिथीन मुक्त बना लिया जाए तो हमारे लिए सबसे अहम् कार्य होगा ।
इस अवसर पर ग्रामीण युवाओं के साथ साथ विद्यालय के स्टाफ का सहयोग भी सराहनीय रहा है । जिसमें विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्रीमान गणपत सिंह सोढ़ा, श्रीमती जयश्री खत्री, पोखराराम बृजवाल, देवीदान चारण, मौलाबख्स खां, प्रकाष, चेनाराम की अहम् भूमिका रही ।
कार्यक्रम के समापन अवसर के मुख्य अतिथियों का रोली तिलक, कलावा बंधन तथा गुड खिलाकर स्वागत किया गया । इस अवसर पर विद्यालय के विद्यार्थियों को निम्न प्रतियोगिताओं में भाग लेकर प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त करने पर मुख्य अतिथि महोदय द्वारा पुरस्कार प्रदान किए गए
इस अवसर पर महिला मण्डल, सानावड़ा की सचिव श्रीमती शान्ति ने सभी गांव वालों, स्कूल स्टाफ, विद्यार्थियों तथा अतिथियों का आभार व्यक्त किया साथ ही श्रीमान गणपत सिंह साढ़ा प्रधानाध्यापक महोदय ने सभी आगन्तुक अतिथियों एवं सहयोगियों तथा विद्यार्थियों को कार्यक्रम की सफलता पर धन्यवाद ज्ञापित किया ।
प्रतियोगिता का नाम प्रथम द्वितीय तृतीय
निबन्ध जयसिंह जीवणाराम मोहनसिंह
चित्रकला राजेन्द्र दहिया गोविन्दसिंह खेताराम
भाषण जयसिंह गोविन्दसिंह डिम्पल जांगिड़

सचिव
महिला मण्डल, सनावड़ा

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