

-मूलचन्द पेसवानी- शाहपुरा / निंबार्क वैदिक संस्कृत समिति के तत्वावधान में यहां मंडल स्तरीय संस्कृत वागंमय पुरस्कार वितरण व प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में 70छात्र छात्राओं व 30 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। महाप्रभु स्वामी रामचरण कन्या विद्यापीठ में रामस्नेही संप्रदाय के पीठाधीश्वर स्वामी रामदयालजी महाराज के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुए समारोह में जगदगुरू रामानन्दाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय, जयपुर के कुलपति रामानुज देवनाथन, सहायक कुलसचिव डा जे.एन. विजय, चितौडगढ के सहायक परिवहन अधिकारी ज्ञानदेव विश्वकर्मा, समाजसेवी शभूलाल जोशी, रामनिवास धाम के कार्यवाहक भंडारी संतश्री जगवल्लभराम महाराज मौजूद थे।
समारोह आशिर्वचन देते हुए आचार्यश्री स्वामी रामदयालजी महाराज ने संस्कृत भाषा का सम्मान करने के आव्हान के साथ इसकों जीवन में उतारने की बात कही। उन्न्होने कहा कि संस्कृत भाषा ही सभी भाषाओं की जननी है। संस्कृत से संस्कार व संस्कृति संरक्षित होगी। आचार्यश्री ने जोर देकर कहा कि संस्कृत राष्ट्रभाषा होनी चाहिए, क्योंकि यह आदि-अनादि काल से है। वहीं पत्रकारों से बात करते हुए स्वामी रामदयालजी महाराज ने देश के सभी राज्यो व केन्द्र सरकार से भारत देश को संस्कृत प्रधान देश बनाने को कहा है।
जगदगुरू रामानन्दाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय, जयपुर के कुलपति रामानुज देवनाथन ने समारोह को ंसबोधित करते हुए कहा कि संस्कृत का ज्ञान सभी के लिए होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि संस्कृत देश की आत्मीय भाषा है। इससे संस्कार व संस्कृति संरक्षित रह सकती है। वैज्ञानिक परिप्रेक्ष्य में संस्कृत भाषा का विशिष्ट महत्व है। सहायक कुल सचिव डा. जे एन विजय ने वैज्ञानिक युग में संस्कृत भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसके विकास पर बल दिया। इस मौके पर संस्कृ समिति के प्रदेशाध्यक्ष आरपी शर्मा, चित्तौड़ के एआरटीओ ज्ञानदेव विश्वकर्मा, समाजसेवी शिवलाल जोशी, प्रदेश उपाध्यक्ष नवरतन मोदी, प्रदेश संयोजक डॉ. केजी जांगिड़, तहसील संयोजक परमेश्वर कुमावत ने ने भी संस्कृत भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला। शुरूआत में अतिथियों का स्वागत सत्कार किया गया। समारोह में सभी सम्मानित होने वालों को समिति की ओर से पारितोषिक दिया गया। इस अवसर पर समिति पदाधिकारी, गुरुजन, गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। प्रदेश सचिव डॉ. केजी जांगिड़ ने समिति की कार्य योजनाओं की जानकारी दी।