मापदंड ताक में, बिना अनुमोदन के खर्च कर दिए एक करोड़ से ज्यादा

अरांई पंचायत समिति में सात सौ से अधिक सोलर लाइटें लगाने का मामला, पचास लाख रुपये के घपले की आशंका, सतकर्ता समिति अध्यक्ष ने की जांच की मांग
-मनोज सारस्वत- अरांई। पंचायत समिति अरांई द्वारा ग्राम पंचायतों में सौलर लाईटों के सन्दर्भ में सूचना प्राप्त होनें पर सतकर्ता समिति अध्यक्ष ने लाखों रूपये क ा घोटाला होनें की पुष्टि की है। अध्यक्ष भगवान दत्त शर्मा को पंचायत समिति कार्यालय से सूचना के अधिकार के तहत् मिली जानकारी पर शर्मा ने कई खुलासे करते हुए ग्रामसेवकों व पंचायत समिति के तत्कालीन अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए करीब पचास लाख रूपये से अधिक राजस्व हानि होने की बात बताई। शर्मा ने बताया कि पंचायत समिति की ग्राम पंचायतों में लगी सौलर लाईटों के क्रय करने क ी प्रक्रिया में पंचायत समिति व जिला परिषद से अनुमोदन करने की प्रक्रिया के नियमों की धज्जिया उडाई गई है। सतकर्ता समिति अध्यक्ष शर्मा ने प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन भेज पूरे मामले में जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए वसूली करने की मांग की है।

मनोज सारस्वत
मनोज सारस्वत

यहॉ इतनी लगी लाईटे :– सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी पर शर्मा ने बताया कि ग्राम पंचायत फतहगढ में 25, सांपला में 24, लल्लाई में 20, दादिया में 17, भोगादीत में 41, आकोडिया में 50, अरंाई में 25, भामोलाव में 16, मनोहरपुरा में 28, कासीर में 28, हरपुरा में 35, बिडला में 25, अजगरा में 20, रामपाली में 94, कटसूरा में 19, देवपुरी में 21, झिरोता में 16, छोटालाम्बा में 24, सान्दोलिया में 30, ढसूक में 40, बोराडा में 15, मण्डावरिया में 46, खीरिया में 15, स्यार में 23 लाईटे लगाई गयी। इन ग्राम पंचायतों में कुल 700 से अधिक लाईटे लगाई गई। ग्राम पंचायतों द्वारा सीमित निविदायें, ओपन टेण्डर की प्रक्रिया कर एसएफसी, टीएफसी, निर्बध फण्ड से विभिन्न फर्मो को एक करोड चोहत्तर लाख चौमालीस हजार सात सौ पांच रूपये का भुगतान किया गया है। कई ग्राम पंचायतों ने बीस हजार से लेकर पच्चीस हजार रूपये की राशि का भुगतान कर लाईटे खरीद फरोख्त की थी।
प्रत्येक लाईट पर किया आठ हजार अधिक भुगतान:- शर्मा ने ग्रामसेवकों व तत्कालीन पंचायत समिति के अधिकारियों व कर्मचारियों की कार्यशैली पर सवाल खडे करते हुए प्रति सोलर लाईट करीब आठ से नो हजार रूपये की राशि अधिक नियमविरूद्ध तरीके से विभिन्न फर्मो को भुगतान करने पर रोष जताया है। उन्होनें बताया कि इस प्रकार के फर्जीवाडे से राजकोष को करीब पचास लाख से अधिक हानि हुई है। जबकि जो लाईटों ग्राम पंचायतों में लगाई गई है बाजारू भाव में लाईटों का मूल्य बारह हजार से पन्द्रह हजार के बीच का है।
बिना भौतिक सत्यापन के ही भेज दी सूचना:- आरटीआई के तहत् मिली जानकारी पर पंचायत समिति द्वारा बिना किसी भौतिक सत्यापन के ही सौलर लाईटों की विभागीय उच्च अधिकारियों को गलत जानकारी भेज दी गई है। जिसमें ग्राम पंचायतों में लगी सभी सौलर लाईटों को चालू स्थिति में दर्शाया गया है। जबकि भगवान दत्त शर्मा ने आरोप लगाया कि पंचायत समिति मुख्यालय सहित गांवों के गली मौहल्लों में लगाई गई अधिकत्तर सौलर लाईटें खराब पडी है। पंचायत समिति क े अधिकारियों की लापरवाही से विभागीय उच्च अधिकारियों को गलत सूचना भेजी जा रही है।
तत्कालीन अधिकारी जांच के निशाने पर :– सोलर लाईटों के मामले में पंचायत समिति के तत्कालीन विकास अधिकारी, सहायक अभियन्ता के नाक के नीचे इस प्रकार का मामला होनें पर सदेंह के घेरे में है।
इनका कहना है- ग्राम सेवकों द्वारा सोलर लाईट खरीद मामले में दिये गये आंकडे आश्चर्यजनक है। ग्राम पंचायत द्वारा टीएफसी और एसएफसी और अन्टाईड फण्ड में से एक लाख रूपये तक बिना स्वीकृती के खर्च करने का प्रावधान है। जबकि कई ग्राम पंचायतों में इससे ज्यादा की रकम एक ही काम में बिना स्वीकृति के खर्च की गई है। ग्राम पंचायतों में सभी सोलर लाईट सही हालत में है या नहीं एंव खर्च किये गये बजट की संपूर्ण जांच की जावेगी। रिपोर्ट राज्य सरकार को भेज दी गई है।
-सीमा कौशल, विकास अधिकारी, पंचायत समिति

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