ब्यावर। ब्यावर उपखण्ड क्षेत्रा में पालनहार योजना का लाभ जरूरतमंदों को दिलवाने के लिए एसडीओ भगवती प्रसाद ने मंगलवार को उपखण्ड कार्यालय में आयोजित बैठक दौरान राजस्व विभाग, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज, महिला एवं बाल विकास विभाग, ब्लॉक प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी तथा सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग से जुड़े अधिकारियों को मुस्तैदी बरतने के निर्देश दिये तथा योजना की विस्तृत खुलासा करते हुए अधिकारियों को आगाह किया कि योजना के तहत कोई भी पात्रा व्यक्ति लाभ उठाने से छूट नहीं पाएं ।
उन्होंने सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग के स्थानीय छात्रावास अधीक्षक श्री रावत को हिदायत दी गई िक वे पालनहार से संबंधित आवेदन पत्रा एवं प्रचार सामग्री विभाग से शीघ्र मंगवाकर लाभार्थियों से फार्म भरवाने हेतु उपलब्ध करवाएंगे।
एसडीओ ने सीडीपीओ ब्यावर श्रीमती गीता शर्मा, कार्यवाहक सीडीपीओ जवाजा एवं बीईईओ जवाजा लक्ष्मणसिंह पंवार, तहसीलदार टॉडगढ़ भंवर सिंह चौहान, लेडीज सुपरवाईजर श्रीमती कविता डाबी व कल्पना माथुर, पंचायत समिति जवाजा के सहायक अभियंता भोला सिंह रावत से कहा कि वे अपने-अपने अधीनस्थ (ग्रामसेवक/महिला कार्यकर्ता/नोडल आदि ) की बैठक लेंगे तथा उन्हें समुचित दिशा-निर्देश प्रदान करके पालनहार योजनान्तर्गत जरूरतमंदों से फार्म भरवाना सुनिश्चित करंेगे। एसडीओ ने कहा कि पालनहार योजना कोलेकर सर्वे एवं जरूरतमंदों से फार्म भरवाने संबंधी कार्य एक माह की अवधि में पूर्ण हो जाना चाहिए तथा योजना के तहत कोईभी पात्रा व्यक्ति लाभान्वित होने केलिए छूटना नहीं चाहिए।
बैठक में बीईईओ एवं सीडीपीओ ने सुझाव दिया कि संबंधित छात्रा/छात्रा केलिए जाति प्रमाण पत्रा समय पर उपलब्ध करवाने केलिए राजस्व विभाग का सहयोग अपेक्षित है।
पालनहार योजना की हैं श्रेणियंा
एसडीओ भगवती प्रसाद के अनुसार अनाथ बालक/बालिका के कल्याणार्थ संचालित पालनहार योजना की 9 श्रेणियां हैं। इनमें अनाथ बालिका/बालिका तो है ही, साथ ही निराश्रित पेंशन की पात्रा विधवा माता की तीन संतान, पुनर्विवाहित विधवा माता के बच्चे, नाता जाने वाली माता की तीन संतान, विकलांग माता-पिता की संतान, तलाकशुदा/परित्यक्ता निराश्रित पेंशन की पात्रा महिला की संतान, न्यायिक प्रक्रिया से मृत्यु दण्ड/ आजीवन कारावास प्राप्त माता-पिता के बच्चे, एड्स पीड़ित माता-पिता के बच्चे, कुष्ठरोग से पीड़ित माता-पिता के बच्चे।
देय अनुदान/लाभ
5 वर्ष तक की आयु के बच्चे हेतु 500 रूपये प्रति माह (आंगनबाड़ी केन्द जाना अनिवार्य ), स्कूल में प्रवेशित होने के पश्चात् 1000 रूपये प्रति माह 18 वर्ष की आयु पूर्णहोने तक (विद्यालय जाना अनिवार्य) तथा वस्त्रा स्वेटर, जूते आदि हेतु 2000 रूपये (अनाथ बच्चों केलिये) देय है।
रखरखाव एवं मरम्मत हेतु विभिन्न फीडर क्षेत्रों में आज छह घण्टे बिजली बाधित
ब्यावर। विद्युत वितरण निगम लिमिटेड द्वारा 33 के0वी0 आईओसी फीडर के आवश्यक रखरखाव एवं मरम्मत कार्य किये जाने हेतु बुधवार 16 जुलाई को प्रातः 6 से दोपहर 12 बजे तक विभिन्न क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बंद रहेगी।
निगम के सहायक अभियन्ता सीएसडी-ाा के0सी0मीणा ने उक्त जानकारी दी। सहायक अभियन्ता ने बताया कि रखरखाव व मरम्मत कार्य के चलते 33 केवी आईओसी फीडर, 33/11 केवी जीएसएस सैदरिया व 33/11 केवी जीएसस गोविन्दपुरा से निकलने वाले समस्त फीडर की बिजली आपूर्ति प्रभावित रहेगी। इनमें सैदरिया जीएसएस से जुड़े 11 केवी फीडरों में विजयनगर रोड़, उदयपुर रोड़, कॉलेज रोड़, नून्द्री मालदेव, देलवाडा व लसाडिया फीडर शामिल हैं तथा गोविन्दपुरा जीएसएस से जुड़े 11 केवी फीडरों के अन्तर्गत सेन्दड़ा रोड़ फीडर, आरएचबी फीडर, पानीकी टंकी उदयपुर रोड फीडर, जालिया फीडर सम्मिलित हैं, जहां से बिजली आपूर्ति बंद रहेगी।
औद्योगिक प्रोत्साहन हेतु 70 आवेदन पत्रा शिविर में भरवाये गए
ब्यावर। जिला उद्योग केन्द्र अजमेर के तत्वावधान में जिला उद्योग उपकेन्द्र ब्यावर में मंगलवार को एक दिवसीय औद्योगिक प्रोत्साहन शिविर का आयोजित किया गया। शिविर में विभिन्न अभ्यर्थियों द्वारा मौके पर ही करीब 70 आवेदन पत्रा अग्रिम कार्यवाही हेतु भरवाकर तैयार करवाये गए। प्रत्याशियों के आवेदनपत्रों को भरवाने केलिए उद्योग विभाग के अधिकारी हरिकेश मीणा, एस0सी0खींचा सहित स्टाफकर्मी पूरे दिन जुटे रहें।
जिला उद्योग अधिकारी श्री मीणा ने बताया कि शिविर में रीको के एआरएम एस0आर0मीणा, आरएफसी के सहायक मैनेजर एस0एन0 जीनगर, खादी ग्रामोद्योग मण्डल के अधिकारी मूल चन्द अग्रवाल तथा बाल मिल्स ऐसोसिएशन अध्यक्ष राधा वल्लभ माहेश्वरी ने विभिन्न हितकारी योजनाओं के बारे में शिविरार्थियों को मार्गदर्शन प्रदान किया तथा विभागीय योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराई।
जिला उद्योग अधिकारी ने बताया कि ब्यावर में आयोजित इस एक दिवसीय औद्योगिक प्रोत्साहन शिविर में आर्टीजन केलिए परिचन पत्रा हेतु 4 आवेदन पत्रा, आर्टीजन हेतु 50 प्रतिशत ब्याज अनुदान संबंधी 5, एमएसएमईडी पार्ट-ा में 11 एवं एमएसएमईडी पार्ट-ाा में 15, पीएमईजीपी योजनान्तर्गत 13 एवं मुख्यमंत्राी स्वालम्बन योजनान्तर्गत ब्याज अनुदान सम्बन्धी 21 आवेदन तैयार किये गए।