जिला प्रशासन कुम्भकरणिय नींद में सो रहा है

Problem Logoअजमेर। शहर में गत दिनों में मानसून पूर्ण यौवन पर है इसके विपरीत जिला प्रशासन कुम्भकरणिय नींद में सो रहा है। वर्षा से पूर्व आपदा प्रबंधंन तथा जर्जर मकानों के बारे में सरकार के स्थाई निर्देश हैं इसके बावजूद प्रशासन द्वारा सक्रियता नहीं दिखाई जा रही है इस संबंध में शासन सचिव को फैक्स भेजकर पूर्व पार्षद गुलाम मुस्ताफा एंव पूर्व उपाध्यक्ष कांग्रेस डॉ सुरेश गर्ग ने ध्यान आकर्षित किया है कि क्या प्रशासन किसी हादसे का इन्तजार कर रहा है प्रशासन ने पहाडी इलाकों व शहर के जर्जर मकानों को हटाने संबंधी कोई कार्यवाही नहीं की है उनमें रह रहे लोगों को चेतावनी देने या पुर्नवास की व्यवस्था नहीं की है। नगर निगम विकास प्राधिकरण द्वारा मात्र समाचार पत्रों में विज्ञापन देकर जर्जर मकानों इतिश्री कर ली है।
जिला प्रशासन व सिचाई विभाग भलीभांति जानता है कि शहरभर का गन्दा पानी आनासागर में आता है जिससे इसकी भराव क्षमता में कोई कमी नहीं आती है बावजूद वर्षा पूर्व इसके दो (2) इंच पानी भी नहीं तोडा गया जिससे इसके आसपास में बसी कॉलोनियों को प्रभावित होना पडा रहा है। तथा आनासागर का पानी प्रदुषण तथा मौसमी बिमारियां फैलाने का एक स्त्रोत बन गया है।
मुस्तफा व गर्ग ने फैक्स में बताया की यदि समय पर कार्यवाही नही करके जिला प्रशासन निचली बस्तिवासियों को परेशानी में डाल रहा है। आनासागर स्केप चैनल के चैनल गेट के उपर से जो पानी जा रहा है उसमें पूर्व प्रशासन द्वारा निचली बस्तियों पालबीछला, खानपुरा व अन्य निचली बस्तीयों में कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है उन्होने लिखा की क्या प्रशासन जन आन्दोलन की भाषा ही समझता है। इस संबंध में तुरन्त कार्यवाही कर जनता को राहत पंहुचाये।

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