स्मार्ट सिटी के लिए सभी मन से स्मार्ट बने-लखावत

‘अजमेर ए स्मार्ट सिटी विषयक सेमीनार आयोजित

राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रौन्नति प्राधिकरण अध्यक्ष श्री औंकारसिंह लखावत पत्रकार भवन में आयोजित सेमीनार 'अजमेर ए स्मार्ट सिटी को संबोधित करते हुए एवं मंचासीन अतिथिगण।
राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रौन्नति प्राधिकरण अध्यक्ष श्री औंकारसिंह लखावत पत्रकार भवन में आयोजित सेमीनार ‘अजमेर ए स्मार्ट सिटी को संबोधित करते हुए एवं मंचासीन अतिथिगण।

अजमेर। राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण अध्यक्ष श्री औंकारसिंह लखावत ने कहा कि अजमेर को स्मार्ट सिटी बनाने की परिकल्पना तभी साकार होगी जब हम सभी मन से स्मार्ट बनेंगे।
श्री लखावत आज सिटीजन कौंसिल व जिला पत्रकार संघ द्वारा पत्रकार भवन में आयोजित ‘अजमेर ए स्मार्ट सिटीÓ विषयक सेमीनार को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी की संकल्पना को अजमेर के लोगों को ही साकार करना होगा, उनके सहयोग के बिना यह संभव नही है। नागरिकों शहर के सौन्दर्यीकरण व विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते है, सभी लोग ये ठान लें कि अपने घर व आसपास गंदगी नहीं होने देंगें तो काफी बदलाव आएगा। शहर की सफाई सिर्फ प्रशासन की जिम्मेदारी नही है, लोगों को भी मन से स्मार्ट बनकर इस कार्य से जुडना होगा।
उन्होंने कहा कि शहर की झीलों, बावडियों के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। आनासागर, फाईसागर, पालबीसला के केचमेन्ट व भराव क्षेत्र में अतिक्रमण व अवैध निर्माण, झीलों के प्रवाह मार्ग में अवरोध जैसी समस्याओं के चलते ही वर्षा ऋतु में जलभराव की समस्या उत्पन्न होती है। शहर की प्राचीन बावडियां कमलाबावडी, चांदबावडी एवं सूरजकुंड भी समय के साथ अपना अस्तित्व खो चुके है। झीलों के पेटे में किए गए अतिक्रमण, पार्किंग व्यवस्था के बिना हुए बहुमंजिला निर्माण व अवैध निर्माणों पर निहित स्वार्थो से उपर उठकर कार्य करने की आवश्यकता है, शहर के विकास के लिए कुछ कडे कदम उठाने पडे तो पीछे नही हटना चाहिए। श्री लखावत ने कहा कि नए मास्टर प्लान में शहर के रेलवे स्टेशन हेतु अन्यत्र स्थान तय करना होगा, ट्रांसपोर्ट नगर को शहर से बाहर ले जाना होगा, पशुपालकों के लिए शहर के बाहर गोकुलगांव का निमार्ण, व्यस्तम बाजारों में पार्किंग स्थलों का विकास जैसे महत्वपूर्ण कदम उठाने की आवश्यकता है। इन नवाचारों को लागू करने लिए राजनीतिक ईच्छा शक्ति, प्रशासनिक कर्मठता व आमनागरिकों के स्मार्ट मन से किए गए सम्मिलित प्रयासों की आवश्यकता होगी।
अजमेर उत्तर विधायक श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि अजमेर के ऐतिहासिक, भोगोलिक व सांस्कृतिक परिवेश के आधार पर स्मार्ट सिटी के परिकल्पना को साकार करना होगा। शहर के समक्ष मौजूद समस्याओं को समझकर विकास की संभावनाओं को तलाश कर योजनाएं बनानी होगी। उन्होंने बताया कि शहर के डे्रेनेज सिस्टम, ट्रांसपोर्टेशन, झीलों के सौन्दर्यीकरण, दौराई या मदार में सबरेलवे स्टेशन, सिटी ट्रांसपोर्टेशन, मेडिसिटी की योजना पर कार्य करने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अजमेर को हेरिटेज व स्मार्ट सिटी का तोहफा दिया है, जिसको जनप्रतिनिधि, प्रशासन व आमजन सम्मिलित होकर स्वीकार करें एवं विकास के लिए सुझाव प्रस्तुत करे।
अजमेर दक्षिण विधायक श्रीमती अनिता भदेल ने कहा कि अजमेर को स्र्माट सिटी बनाने के विषय में शहर के जनप्रतिनिधि, अधिकारी व आमजन विभिन्न मंचों पर आपसी संवाद कर सुझाव प्रस्तुत करे, जिससे स्मार्ट सिटी के लिए बनने वाली योजनाओं का अजमेर के हित में अधिकाधिक उपयोग हो सके। उन्होंने कहा कि अजमेर में एलिवेटेड रोड, रेलवे ओवरब्रिज, सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था, यातायात प्रबंधन, पार्किंग, पर्यटन आदि क्षेत्रों में कार्य करने की आवश्यकता है। साथ ही उद्योगों के विकास के लिए उचित वातावरण भी बनाना होगा, जब तक सार्वजनिक व प्राईवेट उद्योग नहीं लगेंगे तब तक सर्वांगीण विकास नही होगा।
कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के 100 शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने की परिकल्पना की है, जिसमें अजमेर भी शामिल है। स्मार्ट सिटी से हमारा अभिप्राय सामाजिक, आर्थिक व आधारभूत विकास से है। स्मार्ट सिटी के रूप में अजमेर का विकास करने से पूर्व हमे यहां की आवश्कताओं को समझना होगा और उसी के आधार पर योजनाएं बनानी होंगी। अजमेर का हेरिटेज स्वरूप, एयरपोर्ट, प्रदेश की राजधानी से नजदीकी यहां विकास की संभावनाओं का प्रबल करते है, लेकिन विकास तभी संभव होगा जब अधिकारी, जनप्रतिनिधि, प्रबुद्घ नागरिक मिलकर कार्य करेंगे। आयुक्त अजमेर विकास प्राधिकरण श्री मनीष चौहान ने कहा कि अजमेर के मास्टर प्लान को आपत्तियों का निस्तारण कर शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा। स्मार्ट सिटी की गाईडलाईन व प्रोजेक्ट तैयार हो रहा है लेकिन हमे अभी से शहर के विकास के लक्ष्यों को पूर्ण करने हेतु संकल्पबद्घ होना होगा। शहर के नागरिक गंदगी ना करने व उसे कचरा पात्र में फेंकने का संकल्प लेकर स्वच्छ भारत अभियान में शामिल होकर स्र्माट सिटी के निर्माण में अपना प्राथमिक कत्र्तव्य निभा सकते है। पुलिस अधीक्ष श्री महेन्द्र चौधरी ने स्मार्ट सिटी के लिए यातायात प्रबंधन व अपराध नियंत्रण को आवश्यक बताते हुए शहर में यातायात के दबाव को कम करने के लिए पार्किंग स्थलों के विकास की बात कही।
सिटीजन कौंसिल के सचिव श्री दीनबंधु चौधरी ने स्वागत उद्बोधन में अजमेर शहर की विभिन्न समस्याओं का उल्लेख करते हुए जनप्रतिनिधियों, प्रशासन व आमजन से सम्मिलित होकर स्मार्ट सिटी की परिकल्पना को साकार करने हेतु कार्य करने की बात कही। अंत में अतिथियों को स्मृति चिन्ह् देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पत्रकार व गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

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