इन दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कश्मीर और झारखंड में धुंआधार चुनाव प्रचार कर रहे है। कश्मीर में सत्तारू ढ़ नेशनल कांफ्रेंस और झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकारों को पीएम लुटेरा बता रहे हैं। भाईयो-बहनों से कहा जा रहा है कि लुटेरों से छीन कर सत्ता भाजपा को दी जाए, ताकि लोगों का विकास हो सके। सब जानते है कि पीएम ने ऐसे ही लच्छेदार भाषण महाराष्ट्र के चुनावों में भी दिए थे और तब सत्ताधारी एनसीपी को देश की सबसे भ्रष्ट पार्टी कहा था, लेकिन परिणाम के बाद महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार को बनाए रखने के लिए सबसे भ्रष्ट एनसीपी से ही मदद ली गई। आज महाराष्ट्र में फडनवीस के नेतृत्व में भाजपा की जो सरकार चल रही है, उसमें एनसीपी का भी सहयोग है। पीएम को कश्मीर और झारखंड में यह भी वायदा करना चाहिए कि चुनाव के बाद भाजपा लुटेरे दलों से कोई समझौता नहीं करेगी। कही ऐसा न हो कि भाजपा की सरकार बनाने के लिए महाराष्ट्र की तरह कश्मीर में नेशनल कांफे्रंस और झारखंड में मुक्ति मोर्चा से सहयोग लिया जाए। चुनाव के बाद यदि सत्ता के लालच में भ्रष्ट और लुटेरे दलों से समझौता करना मजबूरी ही है तो फिर पीएम को प्रचार के दौरान भ्रष्टाचार पर नहीं बोलना चाहिए। क्योंकि देशवासियों का अभी भी पीएम मोदी के कथन पर भरोसा है। मोदी को जनता के भरोसे खरा उतरना चाहिए। अच्छा हो कि पीएम मश्मीर में पाक प्रायोजित आतंकवाद और झारखंड में नकस्लवाद से निपटने के वायदे करें। आतंकवाद और नकस्लवाद की वजह से ये दोनों राज्य तबाह हो रहे है तथा केन्द्र को भी यहां बहुतपैसा खर्च करना पड़ रहा है। कश्मीर के आतंकवाद पर ज्यादा गंभीरता दिखाने की जरूरत है क्योंकि वहां खुंखार आतंकवादी संगठन आईएसआईएस सक्रिय हो गया है।
(एस.पी.मित्तल)

bharat ki janta ko garva hona chahiye ki unko narendra modi jaisa neta pradhan mantri ke roop mi mila hai.
jo ki kabhi bhi yah nahi karta ki andha bante rewdi fir fir aapko de