कोटा / भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी डॉ. धर्मेन्द्र भटनागर को हाल ही में वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा द्वारा इतिहास में शोध कार्य करने पर पी.एच.डी. की डिग्री अवॉर्ड की गई है। डा. भटनागर ने अपना शोधकार्य “गांधी एण्ड हिस्ट्री ऑफ राजस्थान” विषय पर इतिहासकार एवं पूर्व रजिस्ट्रार, वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय कोटा डॉ. बृजकिशोर शर्मा के मार्गदर्शन में संपादित किया है। डॉ. भटनागर वर्तमान में अजमेर में संभागीय आयुक्त के पद पर सेवारत है और अजमेर विकास प्राधिकरण के चेयरमैन का कार्यभार भी संभाल रहे है।
बहुमुखी प्रतिभा के धनी डॉ. धर्मेन्द्र भटनागर ने “कार्यपालक मजिस्टेªट संदर्शिका” नामक पुस्तक लिखी। राज्य सरकार द्वारा मौलिक एवं अभिनव पुस्तक लेखन पर राज्य सरकार द्वारा इन्हें 5 हजार रूपये नकद राशि के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
सीकर जिले में जिला मजिस्टेªट के कार्यकाल में इन्होंने ‘‘कानून व्यवस्था प्रबंधन’’ नामक “टेªनिंग मोनोग्राफ” लिखा जिसे हरीश चंद्र माथुर लोक प्रशासन संस्थान,जयपुर (ओ.टी.एस.) द्वारा वर्ष 2013 में प्रकाशित किया गया। यह पुस्तक भारतीय प्रशासनिक सेवा (आई.ए.एस.), भारतीय पुलिस सेवा (आई.पी.एस.) सहित आर.ए.एस एवं आर.पी.एस. सेवा के अधिकारियों के लिए अत्यन्त उपयोगी सिद्ध हुई है। डॉ. भटनागर ने फेसीनेटिंग राजस्थान, हिस्ट्री, आर्ट एण्ड कल्चर ऑफ राजस्थान, परिवहन एवं यातायात आदि पुस्तकों का लेखन भी किया।
श्रीगंगानगर जिले में जिला मजिस्टेªट के सेवा काल के दौरान डॉ. भटनागर को भारत के चुनाव आयोग द्वारा जिले में निष्ठा एवं समर्पण के साथ श्रेष्ठ चुनाव प्रबध्ंान के लिए प्रशस्ति पत्र एवं नकद राशि 41 हजार रूपयें के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
1978 में राजस्थान विश्वविद्यालय से अपने इतिहास में प्रथम श्रेणी में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की। एमडीएस युनिवर्सिटी अजमेर से प्रथम श्रेणी में एल.एल.बी. की डिग्री हासिल की। वर्ष 1978 बैच में राजस्थान प्रशासनिक सेवा में शीर्ष स्थान पर चयन हुआ। वर्ष 1984 में भारतीय पुलिस सेवा में चयन होने पर 3 वर्ष पश्चिम बंगाल संवर्ग में कार्य कर पुनः राजस्थान प्रशासनिक सेवा में आये।