
अजमेर। संभागीय आयुक्त डॉ. धर्मेन्द्र भटनागर ने कहा कि राज्य सरकार के विभिन्न विभाग ऑडिट आक्षेपों के निस्तारण को गम्भीरता से लें। विभाग अपने कार्यालयों को ”ऑडिट फ्रीÓÓ बनाने के लिए समयबद्घ तरीके से कार्य करें।
संभागीय आयुक्त डॉ. भटनागर आज संभागीय आयुक्त कार्यालय में स्थानीय निधि एवं अंकेक्षण विभाग की संभाग स्तरीय परीक्षण समिति की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि विभागीय स्तर पर ऑडिट आक्षेपों का लम्बित होना गंभीर है। विभागों को इनके निस्तारण के लिए सक्रिय होकर प्रयास करने चाहिए।
उन्होंने स्थानीय निधि एवं अंकेक्षण को निर्देश दिए कि जिन विभागों की ऑडिट आक्षेपों की सूची बडी एवं गंभीर है। उनकी सूची अलग से तैयार करें एवं उन्हें अगली बैठक में आने के लिए पाबंद करें।
डॉ. भटनागर ने कहा कि विभाग ऑडिट पैरा निस्तारण के लिए साप्ताहिक, पाक्षिक एवं मासिक बैठकों का समयचक्र निर्धारित करें ताकि कामकाज समय पर पूरा हो सके। उन्होंने बैठक में स्थानीय निकाय, पंचायती राज सहित अन्य विभागों के ऑडिट आक्षेपों की समीक्षा की। बैठक में स्थानीय निधि एवं अंकेक्षण विभाग की उप निदेशक नेहा शर्मा सहित संभाग के अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।