मूल: वंदना गुप्ता
होती है “लाइफ़ आफ़्टर डैथ” भी
सुना था
लाइफ़ आफ़्टर डैथ के बारे में
मगर आज रु-ब-रु हो गया ………तुम्हारे जाने के बाद
ज़िन्दगी जैसे मज़ाक
और मौत जैसे उसकी खिलखिलाती आवाज़
गूँज रही है अब भी कानों में
भेद रही है परदों को
अट्टहास की प्रतिध्वनि
और मैं सोच में हूँ
क्या बदला ज़िन्दगी में मेरी
और तुम्हारी ………जब तुम नही हो कहीं नहीं
फिर भी आस पास हो मेरे
मेरे ख्यालों में ख्याल बनकर
तब आया समझ इस वाक्य का अर्थ
होती है “लाइफ़ आफ़्टर डैथ” भी ……अगर कोई समझे तो!
पता: डी -19 , राणा प्रताप रोड, फ़र्स्ट फ़्लोर, आदर्श नगर , दिल्ली –110033
मोबाइल : 09868077896
सिन्धी अनुवाद: देवी नागरानी
थींदी आहे “लाइफ़ आफ़्टर डैथ” बि
बुधो आहे
‘लाइफ़ आफ़्टर डैथ’ जे बारे में
पर अगर अञु रु-ब-रु थी वयुस ………तुन्हिंजे वञण खाँ पोइ
ज़िन्दगी ञणु मज़ाक
ऐं मौत ञणु उनजो टहिक डींदड़ आवाज़ु
गूँजजी रह्यो आहे अञां बि कनन में
फाड़े रह्यो आहे परदन खे
उन खिल जो पराडो
ऐं माँ सोच में आहयां
छा बदिल्यो ज़िन्दगीअ में मुंहिंजी
ऐं तुहिंजी ………जडहिं तूँ किथे नाहीं
पोइ बि मुहिंजे आस-पास आहीं
मुहिंजे ख्यालन में ख्यालु बणजी !
तडहिं समझ में आयो हिन सिट जो मतलब
थींदी आहे “लाइफ़ आफ़्टर डैथ” बि ……जे केरु समझे त !
पता: ९-डी॰ कॉर्नर व्यू सोसाइटी, १५/ ३३ रोड, बांद्रा , मुंबई ४०००५० फ़ोन: 9987938358
आदरणीय देवी नागरानी जी
मैं आपका किन लफ़्ज़ों में शुक्रिया अदा करूँ समझ नहीं आ रहा ………..दिल से आभारी हूँ जो आपने मुझ नाचीज़ पर निगाहे करम किया और इस लायक समझा . अपना स्नेह इसी तरह बनाये रखियेगा .
देवी नागरानी जी! वंदना गुप्ता जी की कविता “लाईफ आफटर डेथ”का सिंधी में अनुवाद काफी अच्छा लगा। आपको एवं वंदना जी को बधाई। मेम ! आपसे अनुरोध है कि उनकी एक संुदर कविता “ऋतुस्त्राव से मीनोपज तक का सफर” का भी सिंधी में अनुवाद करने का कष्ट करें।
सादर
राकेश
देवी नागरानी जी! वंदना गुप्ता जी की कविता लाईफ आफटर डेथ का सिंधी में अनुवाद काफी अच्छा लगा। आपको एवं वंदना जी को बधाई। मेम ! आपसे अनुरोध है कि उनकी एक संुदर कविता ऋतुस्त्राव से मीनोपज तक का सफर का भी सिंधी में अनुवाद करने का कष्ट करें।
सादर
राकेश