मुख्यमंत्री ने साढ़े 8 करोड़ रूपये की योजना स्वीकृत की
प्रभारी मंत्री वासुदेव देवनानी व औंकार सिंह लखावत ने संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक ली

अजमेर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने प्रमुख धार्मिक एवं एतिहासिक स्थल बूढ़ा पुष्कर में आने वाली बरसात में वर्षा का पानी पहुंचाने के लिए फीडर निर्माण हेतु साढ़े 8 करोड़ रूपये की योजना स्वीकृत है। आगामी माह में इस फीडर का निर्माण कार्य भी प्रारम्भ कर दिया जाएगा।
अजमेर जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्री श्री वासुदेव देवनानी की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में यह जानकारी राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री औंकार सिंह लखावत ने देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ने इस साल के बजट में बूढ़ा पुष्कर फीडर के निर्माण की घोषणा की थी और यह उनकी प्राथमिकताओं में है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्रीमती राजे के प्रथम कार्यकाल में ही बूढ़ा पुष्कर के जीर्णोद्घार का कार्य शुरू हुआ था और विभिन्न संस्थाओं व जन सहयोग से निर्मित घाटों का उद्घाटन भी उन्होंने किया था।
श्री लखावत ने बताया कि फीडर निर्माण के लिए जल संसाधन विभाग ने टेण्डर आमंत्रित किए है जो इसी माह की 18 तारीख को खुलेंगे।
प्रभारी मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने बूढ़ा पुष्कर सरोवर के फीडर निर्माण से जुड़े विभिन्न आठ विभागों की जिम्मेदारी तय करने हुए उन्हें जल्द कार्य करने को कहा। नोडल ऐजेन्सी जल संसाधन विभाग को निर्देश दिए कि टेण्डर खुलने के दूसरे दिन ही 19 फरवरी को सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर राज्य सरकार से स्वीकृति प्राप्त करें जिससे की इसी माह के अंत या अगले माह के प्रारम्भ में मुख्यमंत्री से इस फीडर के शिलान्यास के लिए अनुरोध किया जा सके।
उन्होंने वन व रेल्वे विभाग से कहा कि वे इस कार्य के लिए अपना अनाप्ति प्रमाण पत्र तत्काल जिला प्रशासन को सुपुर्द करें । मुख्यमंत्री की प्राथमिकता के इस कार्य में किसी भी प्रकार की किसी भी स्तर की ठिलाई बर्दास्त नही की जाएगी । उन्होंने स्पष्ट किया कि आने वाली वर्षा का पानी इस सरोवर में पहुंचे इसके लिए पुख्ता व्यवस्था की जानी है।
राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री औंकार सिंह लखावत ने बताया कि राजस्व विभाग कल से ही बूढ़ा पुष्कर सरोवर कैचमेंट व फीडर क्षेत्र की भूमि की वीडियोग्राफी कराए और गत दिनों यहां हुए अतिक्रमणों को तत्काल हटाएं । उन्होंने कहा कि बूढ़ा पुष्कर सरोवर जन-जन की भावनाओं से जुड़ा है और मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे की सर्वोच्च प्राथमिकता कार्यों में से है। उन्होंने इस कार्य की प्रत्येक सप्ताह की मोनीटरिंग जिला कलक्टर स्तर पर करने को कहा तथा बताया कि जिला पर्यटन विकास समिति द्वारा समय-समय पर इस संबंध में आवश्यक निर्णय लिए जाते हैं उसकी भी बैठक समय पर कर कार्य को अंजाम देेें। उन्होंने यह भी बताया कि अजमेर विकास प्राधिकरण द्वारा इस वर्ष अपने बजट में बूढ़ा पुष्कर सरोवर के लिए प्रारम्भिक तौर पर 50 लाख रूपये का प्रावधान रखा है और इसके तहत कार्य भी हो रहे हैं। उन्होंने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से कहा कि सरोवर के 14 घाट में से 5 घाटों से पानी का रिसाव अभी भी हो रहा है जिसे तत्काल मरम्मत कराकर रोके। उन्होंने फीडर निर्माण कार्य की नोडल एजेन्सी जल संसाधन विभाग से कहा कि वे 18 फरवरी को टेण्डर खुलते ही इस कार्य के लिए जुट जाए और पूरी गति के साथ कार्यों को अंजाम दें। उन्होंने इस कार्य से जुड़े राजस्व, वन, सार्वजनिक निर्माण, रेल्वे, नगर पालिका पुष्कर, राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों से कहा कि वे आपसी समन्वय रख कर इस कार्य को युद्घ स्तर पर करावे तभी आगामी वर्षा का पानी बूढ़ा पुष्कर सरोवर में लाया जा सकेंगा।
जिला कलक्टर डॉ. आरूषि मलिक ने कहा कि वे प्रत्येक सोमवार को उनके स्तर पर आयोजित होने वाली बैठक में बूढ़ा पुष्कर के कार्यों की भी मोनोटेरिंग करेंगी। उन्होंने उपखण्ड अधिकारी अजमेर को निर्देश दिए की वे बूढ़ा पुष्कर फीडर क्षेत्र भूमि की वीडियोग्राफी का कार्य प्रारम्भ करें और हो रहे अतिक्रमण को सख्ती से हटाए।
अजमेर विकास प्राधिकरण आयुक्त श्रीमती स्नेहलता पंवार ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा निर्धारित कार्य पूरे कर लिए गए है शेष कार्यो को शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। बैठक में अतिरिक्त कलक्टर श्री किशोर कुमार सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री टीकम चन्द बोहरा ने बूढ़ा पुष्कर फीडर निर्माण के संबंध में आवश्यक जानकारी दी। बैठक में प्रोफेसर बी.पी.सारस्वत भी मौजूद थे।
श्री लखावत ने प्रोफेसर सारस्वत से महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय के माध्यम से पुष्कर अरण्य क्षेत्र के लिए काम करने की जिम्मेदारी दी।