अजमेर, 11 जुलाई। राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे राजस्व लोक अदालत अभियान के तहत नसीराबाद क्षेत्रा के कानपुरा गांव की नौसर देवी को भी इंसाफ मिला। नौसर पिछले कई सालों से अपनी खातेदारी भूमि को राजस्व रिकाॅर्ड में सिवायचक घोषित कर दिए जाने से परेशान होकर प्रशासन से गुहार लगा रही थी। उसने उपखण्ड अधिकारी न्यायालय में इस संबंध में वाद भी दायर कर रखा था।
उपखण्ड अधिकारी श्री जयप्रकाश नारायण ने बताया कि कानपुरा की नौसर देवी लम्बे समय से अपनी खातेदारी भूमि को सिवायचक घोषित कर दिए जाने की शिकायत कर रही थी। पिछले दिनों कानपुरा में आयोजित लोक अदालत शिविर में इस प्रकरण को प्रमुखता से लिया गया। प्रशासन ने गिरदावर और पटवारी से रिपोर्ट तलब की और पाया की नौसर का दावा सही है। नौसर के पति के निधन के पश्चात यह खातेदारी भूमि सिवायचक घोषित कर दी गई थी। शिविर में ही नौसर को जमीन पुनः खातेदारी में चढ़ाने की स्वीकृति जारी कर दी गई।