हरियाली की दुकान या ट्रैफिक जैम का इंतेज़ाम ?

asaसोनी जी की नसियां के सामने टेलीफोन एक्सचेंज के बाहर बरसों से लगी ये पेड़ पौधों गमलो की मंडी अब एक विशाल रूप ले चुकी है । इस सड़क पर ट्रैफिक जाम भी अब आम है । पूरे शहर में मुख्य मार्गों पर ऐसी अनेक अस्थाई दुकाने हैं जहाँ सब्जी घड़े फल आदि बेचे जाते हैं । ये दुकाने जहाँ नागरिकों की जरूरतें पूरी करती हैं वहीँ ट्रैफिक और पैदल चलने वालों के लिए बाधा भी हैं । लोगों को सस्ती सेवा और सामान उपलब्ध कराने के कारण शायद लोग और प्रशासन इन्हें हटाने में दिलचस्पी नहीं रखते । दूसरी ओर शहर के ट्रैफिक को सुधारने के लिए भी कवायद ज़ारी है । दोनों बाते विरोधाभासी लगती हैं । सभी मुख्य मार्गों और बाज़ारों में लगभग हर दुकान वाले ने बाहर 4 से 6 फ़ीट अपना सामान फूटपाथ पर जमाया हुआ है । आगरा गेट सब्जी मंडी के मुख्य द्वार पर दो बड़ी फल की दुकाने पूरे सिस्टम का मुंह चिढ़ाती दिखती हैं ।
anil jainपूरा शहर इस समय अतिक्रमण और अवरोध का शिकार है । स्मार्ट सिटी की लाइन में लगा अजमेर अभी रहने लायक भी प्रतीत नहीं होता । शहर की बाहरी कॉलोनियों में सुनियोजित बाजार न बनाने के कारण वहां भी अस्थाई दुकानों की भरमार है ।
लगता है अब नागरिकों के समूहों को स्वयं जा कर ये अतिक्रमण हटाने होंगे ।
इंजीनियर अनिल जैन की फेसबुक वाल से साभार

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