स्वामी विवेकानंद यात्रा की शुरुआत में सानंद पहुंचे गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगाए। उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सलाह दी कि वह गुजरात को विकास का एक मॉडल मानकर देश का विकास करें।
मोदी ने कहा कि जब-जब केंद्र सरकार किसी मामले में फंसती है तो जाच एजेंसियों पर ही अपना गुस्सा उतारने लगती है। फिलहाल सरकार कैग को कठघरे में खड़ा करने में लगी है सरकार। इंदिरा गाधी का भी यही तरीका था, जो साथ न खड़ा हो उसके खिलाफ पूरे देश को भड़काओ। मनमोहन-सोनिया भी अब उनकी तरह कूटनीतिक चालें चल रहे हैं।
-अब पीएम करें एसआईटी का सामना
मोदी ने कहा कि मुझे घेरने के लिए नई-नई एसआईटी बनाई जाती है। उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को चुनौती देते हुए कहा कि अगर वह कोयला घोटाले में पाक-साफ हैं तो सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एसआईटी बनाकर दिखाएं। मोदी ने अपने भाषण में काग्रेस को भी खूब खरी-खरी सुनाई। उन्होंने कहा कि काग्रेस के पास 2जी और कोयला घोटाले का पैसा है।
इसी पैसे से वह टीवी चैनलों पर अपने विज्ञापन देने से भी कोई परहेज नहीं करती है। उन्होंने कहा कि इस मामले में वह कांग्रेस से बेहद पीछे हैं। उनके पास सत्ता में रहते हुए इतना पैसा नहीं है कि वह कांग्रेस की तरह टीवी चैनलों पर अपना विज्ञापन दे सकें। उन्होंने कहा कि वह इसको करने की हिम्मत ही नहीं जुटा पाते हैं।
मोदी ने कोल आवंटन घोटाले पर सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक एसआईटी कमेटी के गठन की भी मांग की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उनके खिलाफ कई सारी झूठी और बेबुनियाद बातें कहीं हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर सीबीआई के गलत इस्तेमाल का भी आरोप लगाया है। मोदी ने सानंद में जनसभा को संबोधित करते हुए यहां तक कहा कि कांग्रेस घोटाले से मिले पैसों को इस्तेमाल चुनाव लड़ने में करेगी। मोदी ने केंद्र सरकार को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि वह विरोध की राजनीति न करे नहीं तो जनता उन्हें पूरी तरह से नकार देगी।
सानंद पहुंचने से पहले नरेंद्र मोदी आज सुबह उत्तरी गुजरात में बहुचरा माता मंदिर में माथा टेकने के बाद विवेकानंद युवा विकास यात्रा पर निकले। वहां भाजपा नेता अरुण जेटली और राजनाथ सिंह ने यात्रा को हरी झडी दिखाई। मोदी अपनी यात्रा के लिए जिस वाहन को इस्तेमाल कर रहे हैं वह वहीं वाहन है जिसे लालकृष्ण अडवाणी ने अपनी जनचेतना यात्रा के दौरान इस्तेमाल किया था।
गौरतलब है कि मोदी इससे पूर्व 2002 में गौरव यात्रा निकाल चुके हैं, जिसे चुनावी अधिसूचना के कारण बीच में रोकना पड़ा था। इस यात्रा के दौरान नरेंद्र मोदी रोजाना तीन सौ किमी की यात्रा तय करेंगे। इस यात्रा के जरिए मोदी का प्रयास राज्य के साठ प्रतिशत युवाओं को जोड़ना भी है।