’’मेरा सम्बल’’ पुस्तिका का वितरण

618a8109b05335b10a4458a825952327ब्यावर 9 मार्च। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में शान्ता हीरालाल जनकल्याण सोसायटी द्वारा महिलाओं व बालिकाओं के अधिकारों के संरक्षण से संबंधित ’’मेरा सम्बल’’ पुस्तिका की 3 हजार प्रतियों का विभिन्न विद्यालयों की बालिकाओं को वितरण किया गया।
1सोसायटी के अध्यक्ष आलोक प्रधान ने बताया कि महिलाओं व बालिकाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से ’’मेरा सम्बल’’ पुस्तिका की 3 हजार प्रतियों का वितरण राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय छावनी, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय डिग्गी मौहल्ला, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय गढ़ी थोरियान में किया गया। इस मौके पर के.पी.चैहान, डाॅ. नरेन्द्र पारख, नेमीचन्द कावडि़या आदि उपस्थित थे।
उन्होंने बताया कि ’’मेरा सम्बल’’ पुस्तिका में महिलाओं व बालिकाओं के कानूनी अधिकार एवं विभिन्न अपराधों से संबंधित कानूनी धाराओं का सरल शब्दों में उल्लेख किया गया है। पास बुक के आकार की इस पुस्तिका को बालिकाएं स्कूल बैग व पर्स में आसानी से रख सकती हैं, इसमें ब्यावर के मुख्य कार्यालयों व आवश्यक दूरभाष नम्बर की सूचना भी समाहित है। –00–
विश्व उपभोक्ता दिवस 15 मार्च को
उपभोक्ता हितों के संरक्षण हेतु हैल्पलाईन
ब्यावर 9 मार्च। उपभोक्ताओं के हितों के संरक्षण व अन्य जानकारी के लिए केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा हैल्पलाईन नम्बर ज़ारी किये हुए हैं जिसका उपयोग आमजन द्वारा किया जा सकता है। यह जानकारी केन्द्रीय उपभोक्ता समन्वयक परिषद नई दिल्ली के सदस्य जसवन्त सिंह रावत ने दी।
श्री रावत ने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति विश्व उपभोक्ता दिवस आगामी 15 मार्च को मनाया जाएगा। उपभोक्ताओं के हितों के संरक्षण के लिए केन्द्र सरकार की हैल्पलाईन 1800-11-4000 एवं राज्य सरकार की हैल्पलाईन 1800-180-6030 उपलब्ध है जिस पर आमजन सम्पर्क कर उपभोक्ता अधिकारों व कानून के बारे में जानकारी ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि उपभोक्ता संरक्षण कानून की जानकारी के अभाव में लोगों को भ्रामक विज्ञापनों के माध्यम से ठगा जा रहा है अतः उपभोक्ता को जागरूक करने हेतु विश्व उपभोक्ता दिवस के मौके पर विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं सरकारी कार्यालयों में उपभोक्ता संरक्षण से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किये जाने चाहिए।–00–

बादशाह मेला: 2016
प्रसिद्ध बादशाह मेला 25 मार्च को
ब्यावर,9 मार्च। प्रसिद्ध ऐतिहासिक बादशाह मेला 2016 आगामी 25 मार्च को उत्साह व हर्षाेल्लास के साथ मनाया जाएगा। अग्रवाल समाज ब्यावर द्वारा प्रशासन के सहयोग से आयोजित बादशाह मेले में सभी जाति वर्ग के लोग हजारों की संख्या में शामिल होंगे।
मेला संयोजक राजेन्द्र एन.अग्रवाल ने बताया कि प्रसिद्ध बादशाह मेला शुक्रवार 25 मार्च को दोपहर 3.30 बजे से आयोजित होगा। श्री बादशाह मेला समिति के अध्यक्ष मुकेश अरड़का, मंत्राी नितेश गोयल, सह संयोजक ललित अग्रवाल, नरेन्द्र बजारी एवं संजय अग्रवाल मेले की तैयारी व व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने में जुट गए हैं।
ऐतिहासिक व कौमी एकता का प्रतीक : बादशाह मेला
ऐतिहासिक बादशाह मेला कौमी एकता का प्रतीक है जो ब्यावर को पर्यटन मानचित्रा पर भी विशेष स्थान दिलवाता है। अकबर बादशाह के नवरत्न में से एक टोडरमल अग्रवाल को ढाई दिन की बादशाहत मिलने की याद ताजा करने के उद्देश्य से धुलण्डी के दूसरे दिन अग्रवाल समाज द्वारा प्रशासन व जनसहयोग से प्रतिवर्ष बादशाह का मेला आयोजित किया जाता है।
सन् 1851 से नगर में प्रारम्भ हुआ यह मेला सभी समुदाय के लोगों का एक ऐसा त्यौहार है, जिसमें बादशाह को सजाने संवारने का कार्य माहेश्वरी समाज के बंधु करते हैं। ठंडाई बनाने का कार्य जैन समाज के निर्देशन में उनका सेवक करता है तथा इसका वितरण नगर के प्रमुख बाजारों में प्रसाद के रूप में किया जाता है। श्री टोडरमल के अभिन्न मित्रा बीरबल (महेशदत्त) मुगल साम्राज्य में अपने मित्रा को प्रथम हिन्दू शासक देखकर पगला से गये थे और बादशाह के आगे-आगे नृत्य करते हुए चल रहे थे, जो ब्राह्मण समाज का व्यक्ति होता है। नृत्य की यह परम्परा आज भी अनवरत् चल रही हैं।
प्रसिद्ध बादशाह मेले में बादशाह द्वारा लुटाई गई गुलाल को ’’बादशाह खर्ची दे’’ के नाम से सोने की अशर्फियों की तरह नगर के लोग लूटने को तत्पर दिखाई देते हैं। ऐसी मान्यता है कि यह गुलाल अपनी तिजोरी व दुकान के गल्ले में रखना कारोबार में वृद्धि के लिए लाभकारी है तथा यह माना जाता है कि इसे रखने से खजाना कभी खाली नहीं होता।
ब्यावर के लगभग 100-150 किमी आस-पास के क्षेत्रों में विशेषकर ग्रामीण अंचलों के लोग समूह में ढोल-चंग की थाप पर होली के मधुर गीतों के साथ नाचते गाते मेले की शोभा बढ़ाते हैं। नगर का मुख्य बाजार हजारों लोगों की उपस्थिति में गुलालमय हो जाता है। सैंकड़ों मन लाल रंग की गुलाल की चादर नगर की सड़कों पर बिछ जाती है। सभी एक दूसरे पर गुलाल लगाकर खुशी का इज़हार करते हैं। नगर की महिलाएं व बच्चे सम्पूर्ण बाजार की छतों पर बैठकर इन मनोहारी दृश्यों का आनन्द लेते हैं। सुहानी शाम से प्रारम्भ हुआ यह मेला ढलती रात तक चलता है। नगर के प्रशासनिक अधिकारी कार्यालय परिसर में उपखण्ड अधिकारी से गुलाल खेलते हैं व नगर विकास का आदेश देते हैं। तदन्तर उपखण्ड अधिकारी बादशाह का सम्मान करते हुए राजकीय कोष से बीरबल को नारियल व मुद्रा के रूप में नज़राना पेश करते हैं। यह आदेश ब्यावर के संस्थापक कर्नल डिक्सन के समय से प्रभावी है। इस मेले की महत्ता को देखते हुए राजस्थान पर्यटन विभाग ने पर्यटन मेले के रूप में मान्यता दे रखी है। –00–
प्रतिभाशाली महिलाओं का सम्मान 13 मार्च को
ब्यावर, 9 मार्च। मानवाधिकार सुरक्षा समिति राजस्थान द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में आगामी 13 मार्च को प्रतिभाशाली महिलाओं का सम्मान किया जाएगा। यह कार्यक्रम द्वारकाधीश गार्डन में आयोजित होगा।
समिति के प्रदेश उपाअध्यक्ष विजय वर्मा ने बताया कि प्रतिभाशाली महिलाओं को सम्मानित करने हेतु आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रम की तैयारियां व रूपरेखा के संबंध में समिति अध्यक्ष महेन्द्र भाटी की अध्यक्षता में द्वारकाधीश गार्डन में बैठक आयोजित कर सदस्यों से सुझाव आमंत्रित किये। उन्होंने बताया कि सम्मान समारोह में बतौर अतिथि प्रबन्ध निदेशक खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम डाॅ. वीणा प्रधान, कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक, पुलिस महानिरीक्षक मालिनी अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात अदिति कावंट, सभापति बबीता चैहान, समाजसेवी चन्द्रकला पौखरणा, शिक्षा प्रधान ज्योति चैहान शामिल होगी।
समारोह में महिला प्रतिभा शिक्षाविद् डाॅ.दीपाली लाल, चिकित्सक डाॅ. अमिता टण्डन, रेडियो जाॅकी पूजा तूनवाल, एंकर वृतिका जैन, कत्थक नृत्यांगना निशा जालौरी, समाजसेवी वीना नाहर, एनजीओ फाउण्डर कीर्ति पाठक समेत कई प्रतिभाओं को सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम में सहयोगी भामाशाहों का भी सम्मान किया जाएगा। –00–
फाग उत्सव 24 मार्च को
ब्यावर,9 मार्च। बांके बिहारी ट्रस्ट उत्सव समिति द्वारा आगामी 24 मार्च को धुलण्डी के अवसर पर फाग उत्सव मनाया जाएगा। फाग उत्सव की तैयारी व व्यवस्था के संबंध में मंदिर परिसर में बैठक आयोजित की गई।
समिति के मीडिया प्रभारी सतीश गर्ग ने बताया कि समिति अध्यक्ष माणक डाणी की अध्यक्षता में मंदिर प्रांगण में आयोजित बैठक में प्रतिवर्ष की भांति धुलण्डी पर 24 मार्च को फाग उत्सव मनाने का निर्णय किया गया। प्रख्यात भजन गायक गोपाल वर्मा द्वारा फाग की प्रस्तुति दी जाएगी। उन्होंने बताया कि फाग उत्सव की व्यवस्था के लिए महेन्द्र सलेमावादी, अविनाश गर्ग, सुरेश रायपुरिया, अतुल बंसल एवं राधेश्याम डाणी को संयोजक बनाकर विभिन्न टीमों की जिम्मेदारी सौंपी गई। उल्लेखनीय है कि बांके बिहारी फाग उत्सव में बिहारी जी को विशेष केशु के फूलों का रंग बनाकर उसमें केसर मिलाकर रंग तैयार किया जाता है, इसके बाद चांदी की पिचकारी से होली खेलायी जाती हैं। इस मौके पर फूलों से भी होली खेली जाती है।
बैठक में नेमीचन्द सर्राफ, श्यामसुन्दर गर्ग, सुरेश गोयल, राजेन्द्र गर्ग, कमल मुरारका, महेश सिंहल, श्यामसुन्दर अग्रवाल, किशोर अग्रवाल, गोविन्द किशोर, विजय तंवर, सतीश गर्ग, पं. शिवरतन दाधीच आदि उपस्थित थे।–00–

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