स्वयं सेवी संस्थाओं के माध्यम से शहर के विभिन्न स्थानों से एकत्रित किए जाएंगे खिलौने

जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने आज कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में आयोजित बैठक के दौरान महिला एवं बाल विकास मंत्रा श्रीमती अनिता भदेल, महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत एवं अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री शिवशंकर हेड़ा सहित जनप्रतिनिधियों एवं स्वयंसेवी संगठनों से इस योजना पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि समाज में एक बड़ा वर्ग ऐसा है जिनके बच्चे बड़े हो गए और उनके खिलौने अब अनुपयोगी घर में पड़े रहते है। यह खिलौने आंगनबाड़ी केन्द्रों में आने वाले बच्चां के खेलने के काम आ सकते हैं।
श्री गोयल ने बताया कि यह योजना महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा स्वयंसेवी संगठनों के सहयोग से लागू होगी।योजना के तहत शहर के विभिन्न स्थानों पर खिलौनों के संग्रहण के लिए केन्द्र बनाए जाएंगे। यह संग्रहण केन्द्र स्वयंसेवी संगठनों के माध्यम से संचालित होंगे। खिलौनों को एकत्रित कर आंगनबाड़ी केन्द्रों पर वितरित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में अजमेर शहर में लागू की जाएगी। योजना के सफल होने पर इसे पूरे जिले में लागू किया जाएगा।