अन्जुमन मोहिब्बाने अहलैबेत की और से
सरकार मौला-ए-कायनात की बारगाह में खिराज़े अकीदत पेश
अजमेर 27 जून (वि.) पैगेम्बर-ए-इस्लाम हज़रत मौहम्मद मुस्तफा सल्लाहो अलैह वसलतम के वसीए रसूल अमीरूल मोमेनीन हज़रत मौला अली मुश्किल कुशा शेरे खुदा सैयदना अली इब्ने अब्बू तालिब कर्रमल्लाह ताला वजहूल करीम का यौमे शहादत अन्जुमन मोहिब्बाने अहलेबेत की और से गुजिश्ता सालों की तरह इस साल भी 27 जून 21 रमजानुल मुबारक सोमवार को शेखा मौहल्ला स्थित संजरी मस्जिद में बाद नमाज-ए-अस्र महफिल का आगाज़ हस्बे रिवायत तिलावते कलामे इलाही से हाफिज कारी जाहिद हुसैन ने किया।
अली कौसेन, सज्जाद हुसैन, हाफिज शहादत, तनवीर आलम ने नात व मनकबत के नज़राने पेश किये। मेहमान मुकर्रीर हजरत मौलाना हाफिज कारी मेहम्मूद अहमद ने हज़रत मौला अली की सीरते पाक पर खीताब फरमाया (उनके जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला) एवं उसे अपने जीवन में उतारने का आव्हान किया। सलातो सलाम पेश किया गया।
कार्यक्रम के अन्त में फातहा के बाद मुल्क में अमन चैन आपसी भाईचारे व अच्छी बारिश के लिये विशेष इज्तेमाई दुआ की गई। तब्बरूक तकसीम किया गया। संस्था के अध्यक्ष मोहम्मद अहसान मिर्जा ने कार्यक्रम में भाग लेने वालों का इस्तकबाल किया। कार्यक्रम में रियाज़ मिर्जा, सैयद गोहर चिश्ती, महफूज मिर्जा, सैयद मकसूद हसन, शहजाद मिर्जा, तोसिफ, सैयद लियाकत अली, शाह नवाज मिर्जा, सैयद हमीदुद्दीन मोइनी, मोहम्मद तोफिक सहित संस्था के अनेक सदस्य व मुस्लिम समाज के गणमान्य नागरिक मौजूद थे। संस्था की और से इस मौके पर लंगर (भण्डारे) का अहतेमाम(आयोजन) किया गया व सामूहिक रोजा इफ्तार हुआ। इसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया। संस्था के अध्यक्ष अहसान मिर्जा ने यह जानकारी दी।