क्या महज औपचारिकता बनकर रह गया है एसडीएम कौर्ट का स्टे ऑर्डर

*◆ एसडीएम के आदेशो की पालना भी नहीं करवा पा रहे है पुलिस और प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी •••*
*◆ बांसेली में अवैध निर्माणकर्ता के सामने क्यों बेबस नजर आ रहे है पुलिस और प्रशासन •••*

राकेश भट्ट
राकेश भट्ट
पुष्कर के समीप गावँ बांसेली में एक निजी खातेदारी जमीन के मालिकाना हक़ को लेकर पिछले कुछ सालो से जंवरीलाल ,परमेश्वर गहलोत और धारा सिंह के बीच विवाद चल रहा है । इसी विवाद के चलते बीते सवा सालो पूर्व अजमेर स्थित एसडीएम कौर्ट ने जमीन पर यथा स्थिति बनाये रखने के आदेश जारी कर दिए थे । लेकिन कौर्ट के यथा स्थिति के आदेश होने के बावजूद आज पिछले पांच दिनों से लगातार वहां पर धारा सिंह द्वारा अवैध निर्माण करवाया जा रहा है । यहाँ तक की कमरे का निर्माण कर छत तक डाली जा चुकी है ।

बीते पांच दिनों से लगातार निर्माण कार्य होने से व्यथित पीड़ित जंवरीलाल , रामेश्वर गहलोत काम रुकवाने के लिए स्टे ऑर्डर की कॉपी साथ लेकर स्थानीय पुलिस और प्रशासन के साथ साथ उपखंड अधिकारी और सहायक कलेक्टर के कार्यालय तक चक्कर लगा लगाकर थक चुके है । सहायक कलेक्टर ने तो बाकायदा लिखित में कम रुकवाने के आदेश भी जारी कर दिए है । लेकिन हद तो तब हो गई जब गिरदावर महोदय ने कार्यवाही करने की बजाय अपना मोबाइल फोन ही स्विच ऑफ कर लिया । यही कारण है कि आज दिन तक अवैध निर्माणकर्ता के खिलाफ कार्यवाही होना तो दूर उसके द्वारा करवाया जा रहा निर्माण तक नहीं रोका जा सका है ।

इस मामले में पुष्कर पुलिस और तहसील के जिम्मेदार अधिकारी आखिर क्यों एक्शन नहीं ले रहे है यह तो वे ही जानते है । लेकिन इतना तो तय है की पूरे घटनाक्रम के बाद यह साफ़ नजर आ रहा है की कुछ तो दाल में काला है । तभी तो एसडीएम कौर्ट के स्टे ऑर्डर होने और उपखण्ड अधिकारी द्वारा फोन पर निर्माण कार्य रुकवाने के निर्देश देने के बावजूद काम धड़ल्ले से जारी है । क्या कानून के आदेशो को ठेंगा दिखाने वाले इतने ताकतवर हो गए है की कौर्ट के आदेशो का भी उन पर जोर नहीं चलता ।

आखिर हमारे जिम्मेदार अधिकारियो के सामने ऐसी कौनसी मजबूरी आ गई है जिसके चलते कौर्ट के आदेश भी मात्र औपचारिकता बनकर रह गए है । यदि यथास्थिति के बावजूद निर्माण कार्य होने दिए जाएंगे तो उन आदेशो का क्या वजूद रह जाएगा । और सबसे बड़ी बात कि आम जनता के मन में भी पुलिस और प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियो के प्रति क्या सन्देश जाएगा ।

*राकेश भट्ट*
*प्रधान संपादक*
*पॉवर ऑफ़ नेशन*

*powerofnation.news@gmail.com*

error: Content is protected !!