नागालैण्ड बोर्ड ऑफ हाई स्कूल ने जानी स्थानीय बोर्ड की कार्यप्रणाली

bser 450अजमेर 11 जुलाई। नागालैण्ड बोर्ड ऑफ हाई स्कूल का दस सदस्यीय मण्डल राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कार्यप्रणाली और किये गये नवाचारों का अध्ययन करने के लिए सोमवार को अजमेर पहुँचा। बोर्ड कार्यालय में बोर्ड सचिव श्रीमती मेघना चौधरी ने प्रतिनिधि मण्डल का स्वागत किया। प्रतिनिधि मण्डल राजस्थान बोर्ड द्वारा पिछले शिक्षा सत्र में लागू की गई व्यावसायिक शिक्षा योजना के बारे में राजस्थान बोर्ड अधिकारियों से चर्चा करने आया है।
बोर्ड सचिव श्रीमती मेघना चौधरी ने प्रतिनिधि मण्डल को बताया कि राजस्थान बोर्ड ने गत वर्ष राज्य के 70 विद्यालयों में राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (RMSA) और वाधवानी फाउण्डेशन के सहयोग से व्यावसायिक शिक्षा लागू की है और इसके अच्छे परिणाम सामने आये है। राज्य सरकार आगामी कुछ वर्षों में इसका विस्तार प्रदेश के अधिकांश विद्यालयों में कर देगी। चालू शैक्षिक सत्र में निजी विद्यालयों को भी व्यावसायिक शिक्षा के कुछ ट्रेड में अध्ययन-अध्यापन की अनुमति दी जा रही है। नागालैण्ड के वरिष्ठ एकेडमिक अधिकारी इबुयूलिंग नासरंगबी ने बताया कि नागालैण्ड बोर्ड में 10 विद्यालयों में व्यावसायिक शिक्षा चल रही है और वहाँ की सरकार की मंशा है कि इसका व्यापक विस्तार किया जाये। प्रतिनिधि मण्डल कल अजमेर के केन्द्रीय बालिका सीनियर सैकण्डरी स्कूल और जवाहर सीनियर सैकण्डरी स्कूल की व्यावसायिक शिक्षा व्यवस्था का जायजा लेगा। बोर्ड सचिव ने बताया कि राजस्थान बोर्ड अब तक एन.सी.ई.आर.टी. की पाठ्यपुस्तकें को अपने पाठ्यक्रम में शामिल करता रहा है परन्तु इस नवीन शैक्षिक सत्र से कक्षा 9 व 11 के स्तर पर सभी पाठ्यपुस्तके राजस्थान प्रदेश के परिप्रेक्ष्य में बोर्ड स्तर पर तैयार करवाई गई है जिन्हें राजस्थान राज्य पाठ्यपुस्तक मण्डल के माध्यम से प्रकाशन व वितरण कराया गया है। अगले वर्ष कक्षा 10 व 12 स्तर पर नया पाठ्यक्रम लागू किया जायेगा। नागालैण्ड के बोर्ड अधिकारियों ने बताया कि उनके बोर्ड ने सी.बी.एस.ई. की पाठ्यपुस्तकों को ही पाठ्यक्रम में शामिल किया है और इनका प्रकाशन भी निजी प्रकाशकों के माध्यम से कराया जाता है।
राजस्थान बोर्ड की परीक्षा व्यवस्था के बारे में बोर्ड की विशेषाधिकारी श्रीमती प्रिया भार्गव ने बताया कि राजस्थान बोर्ड परीक्षा व्यवस्था और मूल्यांकन प्रणाली में सतत् नवाचारों में देश में अग्रणी स्थान रखता है। राजस्थान बोर्ड ने इस वर्ष सीनियर सैकण्डरी स्तर पर अंग्रेजी विषय की उत्तरपुस्तिकाओं मे बारकोडिंग व्यवस्था लागू की। बोर्ड की वित्तीय सलाहकार-श्रीमती आनन्द आशुतोष ने बताया कि राजस्थान बोर्ड एक स्वायतशासी संस्था है और राज्य सरकार से इसे कोई अनुदान प्राप्त नहीं होता है। नागालैण्ड बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि उनकी सरकार उनके बोर्ड को प्रतिवर्ष 5 करोड़ रूपये की वित्तीय सहायता अनुदान के रूप में देती है। बोर्ड के निदेशक (गोपनीय) जी.के. माथुर ने प्रश्न-पत्र निर्माण, उनका मोड्रेशन और उत्तरपुस्तिकाओं की मूल्यांकन की व्यवस्था के बारे में विस्तार से बताया। उपनिदेशक (परीक्षा) शिवशंकर अग्रवाल ने प्रतिनिधि मण्डल को बताया कि दसवीं और बारहवीं परीक्षा के अतिरिक्त राजस्थान बोर्ड वर्ष भर अनेकों परीक्षााओं का आयोजन करता है जिनमें राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा, आठवीं बोर्ड परीक्षा, राष्ट्रीय प्रतिभा खोज, राज्य स्तरीय प्रतिभा खोज, मूकबधिर परीक्षा, व्यावसायिक शिक्षा परीक्षा इत्यादि शामिल है। इसमें लगभग 50 लाख परीक्षार्थी परीक्षाओं में प्रविष्ट होते है और बोर्ड की यह सभी परीक्षा आवेदन और प्रवेश-पत्र जारी करने के व्यवस्था ऑनलाइन है। नागालैण्ड बोर्ड के प्रतिनिधि मण्डल में परीक्षा नियंत्रक केन्सली नखरो, एकाडमिक अधिकारी-डेजिस्ली टुस्रा, खेरली मेफिलो और सुश्री अथा लोहे उप परीक्षा नियंत्रक सुश्री पेटिविनो मैसी, प्रौद्योगिकी अधिकारी विजोविनो केन्से, सहायक एकाडमिक अधिकारी श्रीमती मेयाविनो पैसी, सुश्री सिधन्यू रेन्टा और सुश्री रूचिनिनो रिनो शामिल है। प्रतिनिधि मण्डल से चर्चा में बोर्ड के उपनिदेशक जनसम्पर्क राजेन्द्र गुप्ता, उपनिदेशक कम्प्यूटर कुम्भाराम रेलावत शैक्षिक समन्वयक ए.आर. खान भी शामिल हुए।
-राजेन्द्र गुप्ता उप निदेषक (जनसम्पर्क)

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