-डोल मेले में सांस्कृतिक संध्या आयोजित
(फ़िरोज़ खान)बारां, 15 सितम्बर। षहर में चल रहे ख्यातनाम डोल मेले में बुधवार रात को नृत्य -संगीत से सजी सांस्कृतिक संध्या में दर्षक आनंद से सराबोर रहे। कार्यक्रम में कलाकारों ने फिल्मी नगमों पर बेहतरीन प्रस्तुतियां दी।
कार्यक्रम की षुरूआत कई एलबमों का म्यूजिक डायरेक्षन देने वाले जयपुर के दिलीप सोढा ने गणपति वंदना से की। उन्होंने ‘संदेषे आते हैं‘, ‘ परदा है परदा‘ जैसे सदाबहार गीतों से श्रोताओं को आनंदित किया। कोटा की ममता राजस्थानी आर्केश्ट्रा के फखरू छैला व सिल्की ने कलाकारों ने देर रात तक ‘ लाल लाल चुनरी में, फखरू व रीना ने ‘चल संन्यासी मंदिर में‘, रानी व रेखा ने ‘‘मेरे फोटो को सीने से यार‘ जैसे लोकप्रिय गीतों पर लगातार नृत्य प्रस्तुतियां देते हुए दर्षकों का मन मोह लिया। रीना ने ‘लांबा लांबा घूंघट‘, सिल्की ने ‘पागल थारा प्यार मं‘, रेखा ने ‘मैंने जो पल्लू गिरा दिया‘ व ‘हमको दिलवाई दे राजा‘ आदि गीतों पर षानदार नृत्य प्रस्तुति देकर दर्षकों का दिल जीत लिया। कलाकारों ने देर रात तक खूबसूरत प्रस्तुतियां दर्षकों को बांधे रखा। का
कार्यकक्रम में पूर्व मेलाध्यक्ष राधेष्याम सोन, अनिल सेन, योगेष सोनी अथितियों के रूप में मौजूद थे। मेलाध्यक्ष हरिराज सिंह गुर्जर ने अतिथियों का स्वागत किया। इस दौरान पार्शद गौरव षर्मा, षिवषंकर, अखलाक अंसारी, नियाज मोहम्मद, विश्णु षाक्यवाल, सुरेन्द्र नागर, इमरान गौरी, रिंकू सेन, दीनू मीणा, साबिर भाई आदि मौजूद थे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दर्षक उपस्थित रहे।
चित्र-विचित्र की भजन संध्या आज
पार्शद गौरव षर्मा ने बताया कि डोल मेला रंगमंच पर षुक्रवार रात नौ बजे देष-विदेष में ख्यातनाम वृन्दावन के बाबा चित्र-विचित्र की भजन संध्या का कार्यक्रम होगा। बाबा चित्र-विचित्र कार्यक्रम में मनमोहक भजनों की पेषकष देंगे।
एलसीडी पर प्रसारण प्रारंभ
नगर परिशद के आयुक्त कानाराम ने बताया कि डोल तालाब की पाल पर बड़ी एलसीडी स्थापित कर डोल मेले में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के प्रसारण की सुविधा प्रारंभ कर दी गई है। इसमें राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनओं जैसे मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना आदि की भी जानकारी दी जाएगी।