जयपुर के वैशाली नगर थाना प्रकरण का सच

* जयपुर के वैशाली नगर थाना प्रकरण में आशिंक अनुसंधान के क्रम में*

राजेश टंडन
राजेश टंडन
जो तथ्य सामने आये उनसे ज्ञात हुआ इस प्रकरण में पुलिस के सर्वोच्च अधिकारी के खिलाफ जो साजिश रची गई औऱ उन्हे जो लपेटा गया औऱ सारे मामले को गुप्त रखा गया औऱ उनकी छवि खराब करने षडयंत्र रचा गया उसके मूल में उनकी मारवाड में रेंज में तैनाती के समय चित्रगुप्त समाज के एक बिहारी पावर फूल पुलिस अधिकारी जो उसी रेंज में कप्तान के पद पर तैनात था के विरूद्ध की वाषिर्क प्रतिवेदन में A C R में की गई विपरीत टिप्पणी के कारण षडयंत्र की यहां से शुरूआत हुई , पर जोर का झटका धीरे से लगा क्योंकी High Court में एक रिट के दौरान उस सर्वोच्च अधिकारी के विरुध्द जो झूठे दर्ज केस का पर्दा फास हो गया जिसे साजिश पूर्वक छुपाया जा रहा था औऱ समय रहते ही नीचे के स्तर अधिकारियों का तो उपचार हो गया , और ऊपर के स्तर पर जांच जारी है सरकार औऱ पुलिस मुख्यालय के स्तर पर , राजस्थान के पुलिस इतिहास में ऐसी घृणित साजिश इससे पूर्व शायद ही कभी हुई हो में अपने वकालत केअनुभव के आधार पर यह कह सकता हूं में विभिन्न पदो पर वर्षों सरकारी वकील लोक अभियोजक और C B I मे 6 वर्ष तक Government Advocate रहा हू , ट्रांसफर पोस्टिगं के झगडे तो सदा चलते हैं औऱ चलते भी रहेगें पर गैर राज्य का एक अधिकारी ऐसे सरकार को चलायेगा ऐसा कभी किसी ने सोचा भी नहीं होगा , क्योंकी राजस्थान के अधिकारी तो शुरू से बडो हुक्म और छोटो हुक्म करने के आदी रहे है , जैसे मौहम्मद बिन तुगलक इनको ही अपने वंश का चार्ज दे गया हो इसलिये बाहरी राज्य से आये अधिकारी राजस्थान में हिटलरशाही औऱ नादिरशाही करते हैं औऱ ये राजस्थान के वीर शिरोमणी मूक दर्शक बने कारंवा गुजर गया गुबार देखते रहे की तर्ज पर हुक्म हुक्म करते रहते हैं , इस प्रकरण में कौन कौन लोग और अधिकारी लिप्त है इसका खुलासा समय समय पर हम अपने सूत्रों औऱ प्रयासो से जांच करते रहेगें ,

राजेश टंडन वकील अजमेर।

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