स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने पुराने कर्जधारकों के लिए भी ब्याज दरों में 0.25 फीसदी तक की कमी कर दी है। इसका लाभ बैंक के उन ग्राहकों को मिलेगा, जिन्होंने जुलाई, 2010 से पहले लोन लिया है।
एसबीआई ने अपने बीपीएलआर (प्रधान ब्याज दर) में 0.25 फीसदी की कमी कर दी है। देश के सबसे बड़े बैंक के इस कदम से उसके फ्लोटिंग रेट पर कर्ज लेने वाले 7-8 फीसदी ग्राहकों को सस्ती ब्याज दरों का लाभ मिलेगा। बैंक का बीपीएलआर 27 सितंबर से 14.75 फीसदी से घटकर 14.50 फीसदी हो जाएगा, जिससे ग्राहकों के लिए होम लोन, कार लोन, सहित दूसरे कर्ज की ईएमआई कम हो सकती है। बैंक इसके पहले बेस रेट में 0.25 फीसदी की कमी कर चुका है।
बीपीएलआर वह दर है जिसके आधार पर बैंक बेस रेट व्यवस्था लागू होने के पहले कर्ज देते थे। बेस रेट व्यवस्था जुलाई, 2010 से लागू होने के बाद अब सभी बैंकों ने बीपीएलआर के आधार पर कर्ज देना बंद कर दिया है। हालांकि अब भी बैंकों के कई पुराने ग्राहक बीपीएलआर के आधार पर कर्ज चुका रहे हैं। ऐसे में बेस रेट केवल घटाने से इन ग्राहकों को सस्ती ब्याज दरों का लाभ नहीं मिलता है।
बैंक इन पुराने ग्राहकों को बेस रेट पर शिफ्ट होने का मौका भी देते हैं। एसबीआई के चीफ जनरल मैनेजर (फाइनेंस कंट्रोल) सुनील पंत ने बताया कि अब भी फ्लोटिंग रेट पर कर्ज लेने वाले ग्राहकों में से 7-8 फीसदी ग्राहक ऐसे हैं जिनका कर्ज बीपीएलआर आधारित है। बीपीएलआर में कमी से इन ग्राहकों को सस्ती ब्याज दरों का लाभ मिलेगा।