बाड़मेर। प्रवीणसिंह आगोर ने बताया कि 25 जून 2016 को पुलिस द्वारा चुतरसिंह बचीया की फर्जी एनकाउण्टर ये हत्या कर दी और साथ में दोस्तांे ने भागकर अपनी जान बचाई। उसके बाद सर्व समाज में इस फर्जी एनकाउण्टर के कारण भारी रोष फैल गया और पुरे राजस्थान मंे चुतरसिंह को न्याय दिलाने के लिए आन्दोलन शुरू हो गए। विषेषकर बाड़मेर जैसलमेर में कानून व्यवस्था के बिगड़ने के डर से इंटरनेट सेवा भी 2 दिन के लिए बंद कर दी और दो जिलों मंे धारा 144 लागू कर दी। उसके बाद सरकार ने चुतरसिंह संघर्ष समिति से वार्ता कर इस बात पर समझौता हुआ कि इस मामले की जांच सीआई से कराई जाएगी। और दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया जाएगा। लेकिन 5 महिने बीत जाने के बाद भी न तो इस मामले की जांच सीबीआई को दी गई और न ही इस मामले में सम्मलित पुलिसकर्मीयों को बर्खास्त किया गया है सरकार द्वारा समझौता किया गया और मीडिया के सामने स्वीकार किया गया लेकिन फिर सरकार अपने वादे से मुकर गई। इस कारण सर्व समाज मंे सरकार के प्रति भारी रोष है। इसलिए चुतरसिंह संघर्ष समिति द्वारा 16 दिसम्बर से बाड़मेर जिले मंे आन्दोलन शुरू किया जा रहा है प्रत्येक तहसील स्तर पर मुख्यमंत्री का पुतला जला के राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। 21 दिसम्बर से जिला कलेक्ट्रेट बाड़़मेर के सामने धरना और अनिष्चित कालीन अनषन शुरू किया जाएगा। बाड़मेर के साथ साथ जैसलमेर में भी आन्दोलन शुरू किया जाएगा।
प्रवीणसिंह आगोर
मो. 9982051999