ब्यावर को खुले में शौच मुक्त करने हेतु हरसम्भव प्रयास

beawar-samacharब्यावर, 26 दिसम्बर। स्वच्छ भारत मिशन योजना के अन्तर्गत ब्यावर नगर परिषद क्षेत्रा को खुले में शौच से मुक्त हेतु किये जा रहे प्रयासों में तीव्रता लाने के लिए स्थानीय प्रशासन पूरी तरह से जुट गया है। अतिरिक्त जिला कलेक्टर अजमेर-सिटी श्री अरविन्द सेंगवा ने सोमवार को नगरपरिषद सभागार में नगरपरिषद चैयरमैन श्रीमती बबीता चौहान, वॉइस चैयरमैन सुनीलकुमार मून्दड़ा, स्वायतशासन विभाग की डीडीआर ज्योति ककलानी, उपखण्ड अधिकारी एवं नगरपरिषद आयुक्त श्री पीयूष समारिया, तहसीलदार श्री योगेश अग्रवाल तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, विद्युत निगम, कोषालय, पीएमओ, पुलिस आदि विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर अब तक हुई प्रगति की समीक्षा करते हुए आगामी 26 जनवरी 2017 से पूर्व ब्यावर नगर परिषद क्षेत्रा को पूर्णतः खुले में शौच से मुक्त करने हेतु सामूहिक रूप से जुट जाने का आह्वान किया।
अतिरिक्त जिला कलेक्टर अजमेर सिटी श्री सैंगवा को उपखण्ड अधिकारी एवं आयुक्त श्री पीयूष समारिया को खुले में शौच से मुक्त करने हेतु अब तक हुई प्रगति विस्तार से जानकारी दी। नगरपरिषद चैयरमैन व वॉईस चैयरमैन ने बताया कि नगरपरिषद द्वारा इस संबंध में तेजी से प्रयास ज़ारी हैं। अतिरिक्त जिला कलेक्टर सिटी ने चर्चा के दौरान अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि नगरपरिषद क्षेत्रा ब्यावर को खुले में शौच से मुक्त करने हेतु सामूहिक प्रयास अत्यन्त जरूरी हैं। उन्होंने अजमेर के एक निजी एनजीओ जागृति फाउण्डेशन का उदाहरण देते हुए ब्यावर क्षेत्रा के एनजीओ, नगर पार्षदों तथा भामाशाहों को आगे आकर सक्रिय व सकारात्मक सहयोग अदा करने पर बल दिया। नगररिषद चैयरमैन ने इस मौके पर कहा कि जो भी पार्षद महानुभव 26 जनवरी 2017 से पूर्व अपने वार्ड को पूर्णतः शौच मुक्त की घोषणा करवा देंगे, उनको चैयरमेन की तरफ से वार्ड में विकास कार्य करवाने हेतु 10 लाख रूपये की राशि अतिरिक्त रूप से प्रदान की जाएगी। नगरपरिषद के राजस्व अधिकारियों, सहायक अभियन्ता श्री पदमसिंह चौधरी व एएओ श्री धर्मीचन्द अरोड़ा द्वारा प्रस्तुत शौचालय निर्माण हेतु देय प्रथम किश्त भुगतान व द्वितीय किश्त भुगतान संबंधी विवरण से अवगत होने के उपरान्त अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि यदि किसी व्यक्ति ने शौचालय निर्माण के नाम पर राशि का भुगतान उठाने के बाद भी शौचालय का निर्माण नहीं करवाया है तो ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जावें ताकि सरकारी राशि का दुरूपयोग नहीं हों।
खुले में शौच से मुक्ति करने हेतु
ब्यावर में नौ प्रभारी अधिकारी एवं पर्यवेक्षक की तैनाती
जिला कलेक्टर प्रशासन के निर्देशानुसार ब्यावर नगर परिषद क्षेत्रा को खुले में शौच मुक्त करने हेतु सम्पूर्ण क्षेत्रा को 9 भागों में विभक्त कर उनमें एक-एक प्रभारी अधिकारी तैनात कर उनके सहयोगार्थ नगरपरिषद के एक जिम्मेदार अधिकारी को पर्यवेक्षक नियुक्त तौर लगाया गया है।
आयुक्त नगरपरिषद एवं उपखण्ड अधिकारी ब्यावर श्री पीयूष समारिया ने बताया कि वार्ड संख्या 1 से 5 के लिए प्रभारी अधिकारी तहसीलदार ब्यावर रहेंगे जबकि परिषद के सहायक अभियन्ता श्री पदम सिंह ओडीएफ पर्यवेक्षक रहेंगे। समारिया ने बताया कि इसी तरह नगरपरिषद के वार्ड संख्या 6 से 10 तक लिये प्रभारी अधिकारी नायब तहसीलदार रामपाल बोहरा व पर्यवेक्षक सलीम खान, वार्ड संख्या 11 से 15 तक के लिए पीएमओ ब्यावर को प्रभारी अधिकारी व एएओ धर्मीचन्द अरोड़ा को पर्यवेक्षक, वार्ड संख्या 16 से 20 तक के लिए अधिशाषी अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग को प्रभारी व राजस्व अधिकारी-ा को पर्यवेक्षक, वार्ड संख्या 21 से 25 तक के लिए अधिशाषी अभियंता पीएचईडी को प्रभारी अधिकारी व राजस्व अधिकारी -ा को पर्यवेक्षक, वार्ड संख्या 26 से 30 के लिए अधिशाषी अभियंता एवीवीएनएल को प्रभारी अधिकारी व फायर ऑफिसर को पर्यवेक्षक, वार्ड संख्या 31 से 35 के लिए अधिशाषी अभियंता खनन विभाग को प्रभारी अधिकारी व स्वास्थ्य निरीक्षक-प्रथम को पर्यवेक्षक, वार्ड संख्या 36 से 40 के लिए कोषाधिकारी ब्यावर को प्रभारी अधिकारी व स्वास्थ्य निरीखक-द्वितीय को पर्यवेक्षक तथा वार्ड संख्या 41 से 45 के श्रम कल्याण अधिकारी को प्रभारी अधिकारी व परिषद के एएओ श्री किशोर को पर्यवेक्षक के रूप कार्य करेंगे। नगरपरिषद क्षेत्रा को शौच से मुक्त किये जाने संबंधी दैनिक कार्यवाही से आयुक्त एवं उपखण्ड अधिकारी को भी अवगत कराया जाएगा,ताकि सामूहिक प्रयासों के माध्यम द्वारा जिला प्रशासन के निर्देशानुसार ब्यावर नगरपरिषद क्षेत्रा को आगामी 26 जनवरी 2017 से पूर्व पूर्ण रूप से शौच मुक्त किया जाना सम्भव हो सकें। –00–

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