अजमेर 18 फरवरी – संस्कृति द स्कूल के सभागार में ’किन्नर एंव मानवता’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया । संगोष्ठी को प्रसिद्ध लेखिका कोमल अहुजा ने सम्बोधित किया । कोमल अहुजा ने अपनी प्रसिद्ध रचना ’लव नो मैटर व्हॅाट’ में ऐसे दो बच्चों के किरदारों का सजीवता से चित्रण किया है , जिनमे एक पुत्री सामान्य होती है ,जबकि दूसरी किन्नर । माँ ने इन दोनों बच्चों का समानता से लालन पालन किया , इनमें माँ ने कभी समाज को यह प्रतीत नहीं होने दिया कि उस की दूसरी संतान किन्नर है। दोनों जब व्यस्क हो जाते है तब पुत्री की शादी कराई गई जबकि दूसरी संतान को बिना आभास करवाये कि वह समाज के लायक नहीं है , अपने साथ रखा।
कहानी के माध्यम से कोमल अहुजा ने बताया कि समाज में लिंग के अनुसार कभी भेदभाव नहीं करना चाहिए । उन्हें समानता की प्यार की, स्नेह की आवश्यकता होती है, ये वास्तव में इसके हकदार है, इन्हें हक मिलना चाहिए ।
समाज में इन्हें अपनाये जाने की आवश्यकता है, इन्हें समाज अपनाये न कि उपेक्षा की दृष्टि से देखे।
सेमीनार के पश्चात् प्रश्न उत्तर कार्यक्रम के माध्यम से कोमल अहुजा ने सभी विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं को शांत किया। प्राचार्य ले.कर्नल ए. के . त्यागी ने आभार प्रदर्शित किया।
PRAMILA SRIVASTAVA