महर्षि दयानन्द सरस्वती विष्वविद्यालय के उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय प्रबंध केन्द्र के तŸवाधान में ग्राम गगवाना में आयोजित खाद्य संरक्षण पर पन्द्रह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन खुशी फार्म हाउस ग्राम गेगल, अजमेर में 22 मार्च को हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अलीगढ़ से पधारे हुये श्री विनोद कुमार शर्मा जी ने प्रशिक्षणार्थियों को कहा कि आपने जो जैम, जैली, अचार, मुरब्बा, जिन्जर, आंवला व गाजर की कैण्डी बनाना सीखा है वह तैयार कर उसकी मार्केटिंग करें। इस कार्य में उद्यमिता केन्द्र आपकी पूरी मदद करेगा। श्री शर्मा स्वयं इन आइटमों के विशेषज्ञ हैं और उन्होंने सात दिन तक उक्त चीजें तैयार करना सिखाया है।
प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षणकर्ता श्रीमती पूनम ने साबूदाना व आलू पापड़ खजूर के लड्डू, समोसे इत्यादि बनाने सिखाये। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जो आपने सीखा है उसे बड़े पैमाने पर बनाने की कोशिश करें।
समापन समारोह में केन्द्र के निदेषक प्रो. बी.पी. सारस्वत ने प्रशिक्षणार्थियों को अपने तेजस्वी उद्बोधन में कहा कि आपने इस कार्यक्रम में जिन विभिन्न प्रकार की वस्तुओं तैयार करना सीखा है उन्हें अच्छी तरह से प्रैक्टिस करके बाजार में विक्रय करने की कोशिश करें। इस बारे में जो भी मदद चाहिए उसके लिये केन्द्र तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार की अमृता हाट योजना में भी स्टॉल लगवाने में वह मदद करेंगे। प्रो. सारस्वत ने कहा कि अपने जीवन स्तर को सुधारने, बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलवाने एवं सामाजिक कार्याें के लिए धन की आवश्यकता होती है। अतः आप अपने हुनर का इस्तेमाल करने हुए धनोपार्जन भी कर सकते हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित प्रोफेसर रितु माथुर ने भी प्रशिक्षणार्थियों को कार्य करने को प्रेरित किया और श्री मुंसिफ अली खान, प्रदेश महामंत्री, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ राजस्थान ने भी उद्बोधन दिया।
कार्यक्रम के अंत में खुशी फार्म हाउस की निदेशक डॉ. अंजू माथुर ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में उद्यमिता केन्द्र से श्री मनोज अग्रवाल एवं श्री मानेन्द्र सिंह राठौड़ भी उपस्थित थे।
(प्रोफेसर बी.पी. सारस्वत)
निदेशक
उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय प्रबंध केन्द्र
