भावविभोर हुए देश-विदेश के भक्तगण
अजमेर/चिति संधान योग की अधिष्ठात्री युवा सन्यासी स्वामी अनादि सरस्वती के मधुर स्वर में श्रीरामचरितमानस कथा का श्रवण करके थाइलैंड का आधुनिक बैंकाक शहर राममय सा हो गया। 9 जून से 11 जून तक हिन्दू धर्मसभा विष्णु मंदिर बैंकाक में हुए तीन दिवसीय सत्संग-साधना कार्यक्रम में भारी संख्या में भक्त उपस्थित रहे। भारतीय मूल के हिन्दू व सिख परिवारों सहित वहाँ रहने वाले विविध देशों के अन्य धर्मावलम्बी भी मनपूर्वक कथा श्रवण करते हुए भजनों व रामधुन पर खूब झूमे। स्वामी अनादि के प्रवचन ‘दिव्य जीवन निर्माण‘ विषय पर केन्द्रित रहे। उन्होंने पारंपरिक शैली के साथ आधुनिक संदर्भाें के अनेक उदाहरणों के माध्यम से भारतीय आध्यात्म के महत्व को समझाया और जीवन दर्शन के संबंध में श्रोताओं की जिज्ञासा का समाधान भी किया।
अनेक विशिष्ट व्यक्ति हुए उपस्थित- स्वामी अनादि के प्रवचनों में फ्रांस की राजकुमारी ईसाबेल, अमेरिका के डॉक्टर ब्लॉन, थाईलैंड राजपरिवार की मॉम लुआंग राजदारासिरी जयंकुरा, शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी सुमना सिंह, विष्णु मंदिर के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह, फिल्म निर्माता-निर्देशक दुष्यंत प्रताप सिंह, व्यवसायी करमसिंह, चिकित्सक डॉ कामाजीत सिंह, संयोजक पवन मिश्रा, तेजस्वी शुक्ला, सुशील सराफ सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। भक्तों में युवाओं की संख्या सर्वाधिक रही।
उमेश चौरसिया की पुस्तकें की भेंट- स्वामी अनादि सरस्वती ने बैंकाक में प्रवचन के दौरान चिŸिा संधान केन्द्र के आध्यात्मिक साहित्य सहित अजमेर के साहित्यकार उमेश कुमार चौरसिया रचित पुस्तकें ‘धर्म-स्वामी विवेकानन्द की दृष्टि में‘, बाल उपन्यास ’मैं विवेकानन्द हूँ‘, ‘विवेकानन्द की कथाएं‘, प्रेरक नाटक ‘इदं राष्ट्राय‘ तथा ‘शौर्य प्रधान नाटक‘ की प्रतियां राजकुमारी ईसाबेल सहित सभी विशिष्ट अतिथियों को भेंट की।
-उमेश कुमार चौरसिया,
प्रवक्ता
9829482601