बीकानेर। सम्भाग के चारों जिलों की जिला स्तरीय पीसीपीएनडीटी सलाहकार समिति की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन गुरुवार को होटल सागर में किया गया। कार्यशाला का आयोजन स्वास्थ्य विभाग की राज्य पीसीपीएनडीटी सैल ,एनजीओ प्लान इण्डिया तथा एसआरकेपीएस के संयुक्त तत्वाधान में किया हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्य पीसीपीएनडीटी सैल के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक व परियोजना अधिकारी रघुवीरसिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में लिंगानुपात में सुधार करने के लिए पीसीपीएनडीटी एक्ट 1994 के प्रभावी क्रियान्वयन के साथ-साथ समाज में जागरूकता की भी महत्ती आवश्यकता है। उन्होनें कहा कि राज्य पीसीपीएनडीटी सैल द्वारा अब तक 93 डिकॉय ऑॅपरेशन किए जा चुके हैं जिनके परिणामस्वरूप जीवित जन्म पर लिंगानुपात 939 हो गया है। लिंगानुपात में सुधार के संकेत बेहद ही अच्छे है लेकिन आज भी समाज के अनेक लोग पुत्र मोह के कारण लिंग जांच करने वालों के पास 30 से 50 हजार रूपये देकर लिंग जांच करवाने पहुंच जाते है जिसमें जागरूकता के माध्यम से ही परिवर्तन लाया जा सकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चैधरी ने कहा कि आम जन की सोच में बदलाव के साथ समय-समय पर पीसीपीएनडीटी एक्ट की पालना और मोनिटरिंग बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होनें कहा कि जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक समय पर हो व उसमें जिले की चिन्हित समस्याओं पर चर्चा कर निराकरण की कारवाई होनी चाहिए। डॉ. चैधरी ने कहा कि जिला सलाहकार समिति की बैठक में समिति के सदस्यों के अलावा सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने वाले संगठन व प्रबुद्धजनों को शामिल करना चाहिए ताकि समाज की भागिदारी भी बढाई जा सके।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता एसआरकेपीएस प्रतिनिधि राजन चैधरी ने राज्य व बीकानेर सम्भाग में बालिका लिंगानुपात के आंकड़ो का विश्लेषण करते हुए कहा कि जैण्डर समानता के लिए मिल जुलकर काम करने की जरूरत है। इससे पूर्व प्लान इण्डिया की राज्य समन्वयक मीनाक्षी शर्मा ने कार्यशाला के उद्देश्य बताते हुए बीकानेर सम्भाग के चूरू, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर व बीकानेर में जिला सलाहकार समिति के सदस्यों की भूमिका व दायित्व पर चर्चा कर कार्ययोजना तैयार करने पर जोर दिया। शर्मा ने प्लान द्वारा संचालित गर्व परियोजना के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में बीकानेर सम्भाग की जिला सलाहकार समिति के सदस्यों ने अनेक सुझाव दिए। बीकानेर से पीएमओ डॉ. बी.एल. हटीला, आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता, डॉ. अनिल वर्मा, डॉ. नवल किशोर गुप्ता, डॉ. कुलदीप बिट्ठू व डॉ. प्रज्ञा ओझा कार्यशाला में शामिल रहे। अंत में बीकानेर के जिला पीसीपीएनडीटी सम्रवयक महेन्द्रसिंह चारण ने सभी का आभार प्रकट किया।
– मोहन थानवी