बीकानेर 19/3/18। सिंधी समाज द्वारा अपना प्रमुख पर्व चेटीचंड आज सोमवार को अमरलाल जी के मंदिरों में झंडारोहण, अभिषेक, आरती पल्लव, अरदास कर मनाया गया। हो लाल मुहिंजी पत रखजें सदा झूलेलाल…, सभई चवो आयो लाल झूलेलाल… के उद्घोषों व गीतों के साथ शहर में गणेशजी, झूलेलाल जी समेत भारत माता, शहीद हेमू कालानी, दुर्गामाता आदि की 21 सचेतन झांकियों से सजीधजी शोभायात्रा निकाल कर मनाया गया। झांकियों में सिन्धी कलाकारों के साथ शहर के सभी वर्ग समुदाय के रंगकर्मियों-कलाकारों ने भी भरपूर सहयोग किया। समाज के व्यवसायियों ने अपने प्रतिष्ठानों पर अवकाश रखा। समाज की संबद्ध संस्थाओं के पदाधिकारियों ने संगोष्ठी कर युवा पीढ़ी को चेटीचंड महोत्सव की महत्ता बताई। झूलेलाल के मंदिरों में भजन-कीर्तन, विशेष पूजन कार्य कर भंडारे में सामूहिक रूप से एक पंगत में बैठकर प्रसाद ग्रहण किया गया। संत कंवरराम सिंधी समाज ट्रस्ट के तत्वावधान में धोबीतलाई में झूलेलाल जी के मंदिर में अलसुबह झंडारोहण एवं दूध-दही, शहद आदि पंचामृत से अभिषेक किया गया। आरती, पल्लव के बाद समुद्र से पल्लो मछली पर सवार होकर प्रकट हुए झूलेलाल जी की कथा के गीत गाए गए एवं मातृशक्ति ने संकीर्तन कर सिन्धी लोकभजनों की प्रस्तुतियां दी। धर्मशाला के बाहर चौक में युवाओं ने दोपहर में छेज लगाई। शाम को यहां से झूलेलाल जी एवं सभी देवीदेवताओं की शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा को अमरलाल जी की जोत व आरती कर रवाना किया गया। गणेश जी, शिवजी, बाबा रामदेव, शेरों वाली माता, घोड़े पर उडेरोलाल, तलवार लिए घोड़ों तथा रथों पर निकली झांकियों को देखने शहर उमड़ पड़ा एवं जगह जगह शोभायात्रा का स्वागत किया गया। बीच रास्ते कई जगह सिन्धी युवाओं ने छेज नृत्य किया जिसको देखने लोग जमा हुए। शोभायात्रा गंगाशहर मार्ग, स्टेशन रोड, केईएम रोड, चौतीना कुआं, पब्लिक पार्क, लिलिपौंड होते हुए अमरलाल मंदिर रथखाना पहुंची जहां सजाए गए सांस्कृतिक आयोजन पांडाल में मंदिर ट्रस्ट पदाधिकारियों ने अभिनन्दन किया। मार्ग में युवाओं ने छेज, डांडिया नृत्य की प्रस्तुति दी। रथखाना से झांकियां वापस धोबीतलाई पहुंची जहां जल में पवित्र जोति का विसर्जन एवं अक्खा डाल कर अरदास की गई।
किशन सदारंगानी/ तेजप्रकाश वलीरमानी 9414952790