अजमेर, 28 सितम्बर( )। विश्व हृदय दिवस पर आज वादा करें अपने दिल से। स्वयं स्वस्थ्य खाऊंगा, नियमित और पर्याप्त घूमूंगा तथा अपव्यसन से हर संभव दूर रहूंगा। आज से अपने दिल का और अपनों के दिल का भरपूर ख्याल रखूंगा। स्वस्थ दिल मेरी जरूरत है, आपकी जरूरत है और हम सबकी जरूरत है।
डाॅ माथुर ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मई 2012 में, 2025 तक दिल के रोगों के कारण होने वाली मृत्यु दर 25 प्रतिशत कम करने का वादा किया था। यही वजह है कि विश्व हृदय दिवस आज एक ग्लोबल कैम्पेन बन गया है। यद्यपि इस दिवस को मनाए जाने की शुरूआत सन 2000 में 29 सितम्बर को वल्र्ड हार्ट फैडरेशन ने की थी। वल्र्ड हार्ट फैडरेशन दुनिया का सबसे बड़ा और प्रतिष्ठित मंच है जो कि हृदय और लकवा रोगों के बचाव के प्रति जन जागरुकता बढ़ाने का काम करता है। डाॅ माथुर ने बताया कि लकवा आने का खतरा हर दस वर्ष के बाद दुगना बढ़ जाता है। आप यदि 55 वर्ष के हैं तो 65 वर्ष में आपको लकवा होने का खतरा दोगुना है। किन्तु इसके लिए आपको चिंता की नहीं बल्की स्वस्थ्य रहने के तरीकों पर चिंतन की जरूरत है। शुद्ध खान-पान और नियमित योग-ध्यान को अपनाएं। खुश रहें और अपनों को सुख देने का प्रयास करें।
डाॅ विवेक का मानना है कि हर दिल की धड़कन का महत्व है। यह घड़कन चाहे खुद के दिल की हो या सामने वाले के दिल की। उन्होंने कहा कि मौजूदा जीवन शैली हम सभी को तेजी से दिल की बीमारियों की जद में ले जा रही है। इसलिए हमें मेरा दिल-तुम्हारा दिल की सोच के साथ अपने प्रति और अपनों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने की जरूरत है।
जागरूकताः- ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर, लम्बाई और वजन का अनुपात एवं कोलेस्ट्रोल के प्रति।
रोकथामः- बीडी, सिगरेट, तम्बाकू, एल्कोहल व जंक फूड से बचें।
चिकित्साः-रोगी होने पर स्वयं के चिकित्सक स्वयं ना बने, तुरन्त जरूरी और उचित परामर्श प्राप्त करें।
दिल के लिए जीवन शैली में करें छोटा बदलाव-
डाॅ दिलीप मित्तल-निदेशक मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, अजमेर
सन्तोष गुप्ता
जनसम्पर्क प्रबन्धक/9116049809