सस्कारों से महान बने सम्राट पृथ्वीराज चौहान

अजमेर 29 मई। सम्राट पृथ्वीराज चौहान समारोह समिति अजमेर के द्वारा पृथ्वीराज चौहान जयंती के अवसर पर प्रति वर्ष 12 दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इसमें इतिहास संगोष्ठी का आयोजन भी किया जाता है। आज पृथ्वीराज के साम्राज्य विस्तार विषय पर संगोष्ठी का आयोजन इतिहास संकलन समिति और इंटेक के संयुक्त तत्वाधान में स्वामी काम्प्लेक्स में किया गया।
मुख्य अतिथि राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य डा शिव सिंह राठौर ने अपने उद्बोधन में अल्पायु पृथ्वीराज चौहान को शक्ति भक्ति और सरस्वती का प्रतिक बताया जो उन्हें अपनी माताकर्पूरी देवी और परिवार से प्राप्त हुए थे। आज इस राष्ट्र को आवश्यकता है कि बालको और युवाओ को प्रतिदिन घर में समय दें ताकि वे भारत की मौलिक संस्कृति को जीवंत रख सकें और भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने में अपनी भूमिका निभा सके। पृथ्वीराज न केवल भारत के बल्कि विश्व के महान शूरवीर थे. उनके साम्राज्य की सीमायें उत्तर पश्चिम में ईरान अफगानिस्तान तक विस्तृत थी। दिल्ली का तोमर राज्य अजमेर के अधीन था उन्होंने कहा कि युद्ध हौसलों से जीते जाते है। पृथ्वीराज शौर्य प्रबंधन और संस्कृति के पोषक थे। चौंसठ युद्ध लडे और सभी जीते। अंतिम युद्ध सद गुण विकृति का परिणाम था। लेकिन आक्रांता मोहम्मद गौरी को शब्दभेदी बाण से मारकर स्वंय ने भी अपने आन बान शान के लिए बलिदान दिया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में इतिहास संकलन समिति के अध्यक्ष डॉ नवल किशोर उपाध्याय ने अतिथियों का स्वागत सम्बोधन और विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि महापुरुषों की जयंती मनाना क्यों आवश्यक है। ऐसे कार्यक्रमों से युवाओ में राष्ट्र प्रेम का संचार होता है। विशिष्ट अतिथि डॉ दिनेश मांडोत ने पृथ्वीराज का साम्राज्य विस्तार और उसकी प्रासंगिकता आज समय की मांग है। आज परिस्थिति अनुकूल है कि भारत पुनः विश्वगुरु और अखंड भारत की और अग्रसर है। डॉ सूरज राव ने जन जन में स्मरणीय पृथ्वीराज चौहान से सम्बंधित कहावतों गीतों पर शोध पर बल दिया। रवि शर्मा ने विचार व्यक्त किये और ध्वनि मिश्रा ने कविता पाठ किया। कार्यक्रम अध्यक्षता डॉ शिवदयाल सिंह ने की तथा पृथ्वीराज को जानो प्रतियोगिता के विजेताओ को पुरुस्कृत किया गया। आभार प्रदर्शन समारोह समिति के कँवल प्रकाश ने किया। कार्यक्रम का सञ्चालन डॉ हरीश बेरी ने किया। कार्यक्रम में समिति के जीतेन्द्र जोशी, तानसिंह शेखावत ,विनीता, पृथ्वीराज ,इटेक से के के शर्मा नगर के प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे।

सम्राट पृथ्वीराज चौहान मैराथन दौड़ 30 मई को
सम्राट पृथ्वीराज चौहान की 853वीं जयन्ती के अवसर पर 30 मई को प्रातः 6 बजे शहर में ऐतिहासिक पृथ्वीराज मैराथन दौड़ का आयोजन पटेल मैदान में किया जाएगा। जिसमें प्रतिवर्ष की भांति इस बार भी मैराथन दौड़ में हजारों की संख्या में धावक-धाविकाएं भाग लेंगे। यह दौड़ पटेल स्टेडियम के चन्द्रवरदाई मुख्य द्वार से प्रारम्भ होकर अग्रसेन चौराहा, आगरा गेट चौराहा, गणेश मन्दिर नया बाजार चौपड़, चूड़ी बाजार, नगर निगम, बैंक ऑफ बडौदा, जी.पी.ओ. गांधी भवन चौराहा, कचहरी रोड, स्वामी कॉम्पलेक्स, इंडिया मोटर चौराहा, अग्रसेन चौराहा, सूचना केन्द्र के सामने होते हुए पुनः पृथ्वीराज द्वार पटेल स्टेडियम पर सम्पन्न होगी।
नवीन सोगानी ने बताया कि बड़े हो या बच्चे, अफसर हो या कर्मचारी, स्त्री हो या पुरूष दौड़ में भाग लेकर भाग लेकर राष्ट्र भक्ति, अजमेर, स्वास्थ्य और पर्यावरण के प्रति अपना सरोकार व्यक्त करें, इस दौड़ में चार वर्ग पुरूष, महिला, 16 वर्ष से नीचे छात्र और छात्राएं तथा सीनियर सिटीजन के वर्ग बनाये गये है जिनके प्रथम तीन विजेताओं को मुख्य समारोह में सम्मानित किया जायेगा। दौड़ के पूरे मार्ग पर जहां यातायात को संचालित करने हेतु यातायात विभाग की समुचित व्यवस्था रहेगी, वहीं धावकों की सुरक्षा हेतु एम्बुलैंस एवं पानी की समुचित व्यवस्था रहेगी। पूरी दौड़ के दौरान आयोजन समिति से जुड़े विभिन्न कार्यकर्ता जगह-जगह पर धावकों के मार्गदर्शन हेतु उपलब्ध रहेंगे। सीनियर सिटीजन वर्ग के लिए ये दौड़ पटेल स्टेडियम मैदान में ही दौडना होगा।
इस आयोजन में नगर निगम अजमेर, अजमेर विकास प्राधिकरण, अजमेर डेयरी, पर्यटन विभाग, पृथ्वीराज एतिहासिक एवं सांस्कृतिक शोध केन्द्र, म.द.स. विश्वविद्यालय, सम्राट पृथ्वीराज चौहान समारोह समिति की प्रमुख भूमिका रहेगी।

कंवलप्रकाष किषनानी
9829070059

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