ओवरब्रिज नहीं बनाकर अंडर ब्रिज बनाने की मांग की

चोहटन रेलवे फाटक व क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज नहीं बनाकर अंडर ब्रिज बनाने की मांग की राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री व बाड़मेर के विधायक मेवाराम जैन से मांग कमठा मजदूर यूनियन बाड़मेर के अध्यक्ष लक्ष्मण बडेरा ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि ओवरब्रिज से समस्या का समाधान नहीं होगा क्योंकि चोह्टन रोड रेलवे फाटक बाड़मेर के ढाणी बाजार, अहमदाबाद रोड,चौहटन रोड,राष्ट्रीय राजमार्ग और से जुड़ा हुआ है इसके साथ में बाड़मेर का आधा शहर इस फाटक से आवाजाही होती है तथा इस रेलवे फाटक के पास में सार्वजनिक श्मसान स्थित है यदि ओवरब्रिज बना दिया तो लोगों को दाह संस्कार के लिए ले जाना भी बड़ी मुश्किल होगा जिसमें कठिनाई आएगी इस ओवरब्रिज के बनने से आस-पास की बस्तियों में रहने वाले आम नागरिकों को दुकानों को दुपहिया वाहनों को आने जाने में भारी परेशानी होगी रेलवे फाटक की रेलवे लाइन की जमीन के धरातल से जो कोऑपरेटिव सोसाइटी गोदाम और रेन बसेरा के आगे से इस की ऊचाई 12 फिट होती है जो ओवरब्रिज के लिये पर्याप्त है पानी की निकासी की हमेशा के लिए व ट्राफिक की समस्या खत्म हो जाएगी साइकिल सवार को फाटक पार करने के लिए और ब्रिज के अंतिम छोर पर जाकर के उपर चढना पड़ेगा और जब कि इस रेलवे फाटक के पास में रेलवे स्टेशन, ढाणी बाजार, मोक्ष धाम ,चौहटन रोड ,महाबार रोड शास्त्री नगर की तरफ यह रास्ते कृषि मंडी के तरफ ही इधर से जाते हैं और ओवरब्रिज बनने के बाद में इन रास्तों से दुपहिया वाहन पैदल चलने वालों को और आम आदमी को भारी परेशानी उठानी पड़ती है नेहरू नगर रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज बनने से ओवरब्रिज बनने से बाड़मेर का तिलक बस स्टैंड से नगरपालिका को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ नेहरू नगर कि आम आदमी की आवाजाही बंद हो गई अब नेहरू नगर से अगर कोई पैदल आना चाहे साइकिल पर आना चाहे तो ओवरब्रिज के माध्यम से ही पहुंचता है जिसमें उसको ढाई किलोमीटर का रन करना पड़ता है नहीं तो सो कदम पर बाड़मेर के हॉस्पिटल कलेक्टर ऑफिस डाक बंगला बस स्टैंड सब्जी मंडी में पहुच जाता लेकिन सरकार को चूना लगाने वाले नेताओं ने ठेकेदारों का मुनाफा सोचा ठेकेदारों को फायदा देने के लिए और सरकार को नुकसान पहुंचाने के लिए और जनता को को परेशानी में डालने के लिए नेहरु नगर पर अंडरब्रिज की जगह ओवरब्रिज बनाया जबकि बाड़मेर के सिणधरी चौराहे से लेवल करें तो नेहरू नगर फाटक पर स्थित रेलवे लाइन 22 फीट ऊंचाई पर होती है और अगर इस ऊंचाई को अंडरब्रिज बन जाता है लेकिन ओवरब्रिज की जगह अंडर ब्रिज बनाते हैं तो तो बाड़मेर हॉस्पिटल तथा जिला कलेक्टर कार्यालय अलवर रेलवे स्टेशन में कभी भी बारिश के पानी से डूब नहीं सकता और आराम से अंडरब्रिज के अंदर से पानी निकासी की पाइप लाइन लगती और सीधा कुडला के ट्रीटमेंट प्लांट में जाति और बाड़मेर में कभी बाढ़ नहीं आती आजकल इसी ओवरब्रिज की वजह से बारिश का पानी की वजह से रेलवे स्टेशन हॉस्पिटल पुराना बस स्टैंड और जिला कलेक्टर कार्यालय बारिश के पानी से भरा रहता है उस निकासी में ओवरब्रिज की बनावट ही रूकावट बनी हुई है जिससे पूरा शहरवासी परेशान रहता है कोई प्रॉपर तरीका नहीं है इसलिए बाड़मेर की जनता की सुविधाओं को देखते हुए चौहटन रोड रेलवे फाटक का पानी ढाणी बाजार और कारेली नाडी के आसपास की पहाड़ियों का पूरा पानी शमसान के अंदर के गुजरता है यदि ओवर ब्रिज बनाया तो गया पानी निकासी प्रभावित होगी और कच्ची बस्तियां डूब जाएगी जिस के विकास पर राजस्थान सरकार और नगर परिषद बाड़मेर ने करोड़ों रुपए खर्च किए जो पानी में बह जाएंगे

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