शहर में ख़राब जीवनशैली की वजह से बीमारियों से ग्रसित लोगों के कारण मांग बढ़ रही है।
इंदौर. फार्मेसी, डायग्नोस्टिक्स और ई-कंसल्टेशन के व्यापार में डील करने वाली भारत की सबसे बड़ी ई-हेल्थ कंपनी मेडलाइफ ने ताज़ा रुझानों में बताया है किए देश के टियर-2 शहरों में हृदय रोगों की दवाओं की खरीद में भारी इजाफा हो रहा है। ख़राब जीवन शैली और दिन-प्रतिदिन बढ़ता तनाव, हृदय रोगों से जुड़ी दवाइयों के बढ़ते इस्तेमाल की मुख्य वजह है। अकेले इंदौर में ही मेडलाइफ द्वारा बेची जाने वाली कुल दवाइयों में से 30% हृदय रोग की दवाइयां हैं।
मेडलाइफ बेहतरीन हेल्थकेयर उत्पादों की बिक्री करता है और यह पिछले 5 सालों में भारत का सबसे
भरोसेमंद ई हेल्थ प्लेयर बनकर उभरा है। अकेले इंदौर में, ब्रांड ने पिछले एक साल में 300% की वृद्धि देखी है। बिकने वाली दवाइयों में से कुल राजस्व का 33% से अधिक एंटी डायबिटिक
दवाइयों,विटामिन्स, मिनरल्स और हृदय संबंधी दवाओं से आता है।’
इस बारे में बात करते हुए मेडलाइफ की चीफ मार्केटिंग ऑफिसर मीरा अय्यर कहती हैं, ’’मेडलाइफ
भारत के टियर 2 शहरों में बड़ी तेजी से आगे बढ़ते हुए दवाओं और अन्य स्वास्थ्य ज़रूरतों के लिए एक पसंदीदा पार्टनर बनकर उभर रही है। हम इंदौर जैसे शहरों में ज़बरदस्त मांग देख रहे हैं। ग्राहक हमारे लिए अहम है और प्रत्येक पहलू को ध्यान में रखकर हम यह प्रयास करते हैं कि समय से दवाइयां पहुंचाकर उनके जीवन की गुणवत्ता को और बेहतर बनाया जा सके। हम इसे मेडलाइफ के उस बड़े और व्यापक लक्ष्य की तरह देखते हैं जिसके अंतर्गत स्वास्थ्य सेवाओं तक सबकी पहुंच हो और सब इन्हें खरीद सकें।’
शहर में ग्राहक, डर्मेटोलॉजिकल, श्वसन और स्त्री रोग से संबधित जुड़े उत्पाद भी खरीद रहे हैं।
मेडलाइफ इस बात के लिए दृढ़ संकल्पित है कि दवाइयां सिर्फ डॉक्टर के प्रेसक्रिप्शन पर ही दी जाएं।
इसके साथ ही कंपनी टियर 2 शहर इंदौर में कैशबेक और रेफरल डिस्काउंट पॉलिसी लेकर आई है जो
ब्रांड की सभी दवाइयों पर उपलब्ध है और इसे घर-घर तक पहुंचाने का काम कर रही है।
मेडलाइफ वर्तमान में 28 राज्यों और 25000 पिनकोड्स पर 25000 डिलिवरीज करती है। कंपनी ने इसी साल सितंबर 2019 में 100 करोड़ मंथली सेल्स का आंकड़ा पार कर लिया है। कंपनी को उम्मीद है कि अगले वित्त वर्ष में 2000 करोड़ के एग्जिट रन रेट के साथ 1500 करोड़ की कुल सेल्स हो सकती है। मेडलाइफ में एक नेशनल और 5 रीजनल लैबोरेटरी हैं। साथ ही 350 से अधिक फ्लेबोटोमिस्ट हैं जो मरीजों को घर बैठे ही डायग्नोसिस की सुविधा प्रदान करते हैं। पिछले साल Eclinic247 के अधिग्रहण के बाद मेडलाइफ ने अपनी ई-परामर्श सेवा भी शुरू की है।