एस्सिलॉर विजन फाऊन्डेशन इंडिया ने की पार्टनरशिप प्रोग्राम की घोषणा

एस्सिलॉर विजन फाऊन्डेशन इंडिया ने हिमाचल प्रदेश के शिमला जिलें के १० हजार गरीब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण आईकेअर सुविधा उपलब्ध कराने हेतु की पार्टनरशिप प्रोग्राम की घोषणा
शिमला हिमाचल प्रदेश – नवम्बर २०१९- एस्सिलॉर विजन फाऊन्डेशन (ईवीएफ) इंडिया और उनके भागिदारों की ओर से आज हिमाचल प्रदेश के शिमला ज़िलें के १० हजार गरीब बच्चों में गुणवत्तापूण्र आईकेअर सुविधाप्रदान करनें के लिए गठजोड की घोषणा की. यह गठजोड हिमाचल प्रदेश के परिवार कल्याण और सेहत मंत्रालय (डीएचएफडब्ल्यू), इंडिया विजन इन्स्टिट्यूट (आईवीआई), ईवीएफ और रेबैन सन ऑप्टिक्स इंडिया प्रा.लिमिटेड के साथ किया गया. इस कार्यक्रम का अधिकृत विमोचन हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल महामहिम श्री बंडारू दत्तात्रय के हाथो हुआ और उनके हाथों इस कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों को चष्मे प्रदान किए गए.
इस कार्यक्रम के तहत १०००० गरीब बच्चों के आँखों की जांच शिमला ज़िले के सरकारी या सरकारी अनुदानित स्कूलों में अगले पांच महिनों तक की जाएगी तथा जिनकी आँखों में समस्या है उन्हें मुफ्त चष्मे दिए जाएंगे. इन में से अधिकतर बच्चे उपनगरीय इलाकों में रहतें है और उनके पास आईकेअर की अच्छी सुविधाएं उपलब्ध नहीं है.
इस कार्यक्रम का क्रियान्वयन ईवीएफ और आईवीआई द्वारा तथा लक्झॉटिका ग्रुप की कंपनी रेबैन सन ऑप्टिक्स इंडिया प्रा. लिमिटेड के सहयोग से किया जाएगा. रेबैन सन ऑप्टिक्स इंडिया प्रा. लिमिटेड इस प्रकल्प का फंडिंग पार्टनर है तथा उनके कर्मचारी भी इस कार्यक्रम में काम करेंगे.
एस्सिलॉर लक्झॉटिका और एस्सिलॉर इंटरनैशनल के चीफ मिशन ऑफिसर जयंत भुवरघन नें कहा “ बच्चों की ८० प्रतिशत पढाई आँखों के जरिए होती है, इसलिए अगर उनकी दृष्टी कमजोर हो तो उसका बुरा असर उसकी स्कूली प्रगती पर होता है. इस तरह के कार्यक्रमों से उन्हें केवल दृष्टी की जांच करनें का मौका मिलेगा तथा उनके पालकों में दृष्टी का महत्त्व भी फैलेगा जिस से वें उनके परिवारों को भी नियमित आँखो की जांच करनें के लिए प्रोत्साहित करेंगे.”
आईवीआई के सीईओ विनोद डैनियल नें कहा की हमें आशा है की इस मुहिम का लोगों पर अच्छा असर पड़ेगा तथा बच्चों द्वारा जो समस्याओं का सामना विशेष रूप से क्लास में करना पड़ता है उससे निजात मिल सकेगी. चष्मों के कारण उनकी दृष्टी में सुधार आएगा और उन्हें स्कूल के साथ रोजमरहा के काम में भी सहयोग प्राप्त होगा.”
एस्सिलॉर ने हाल ही में किए सर्वेक्षण रिपोर्ट ‘ एलिमिनेटिंग पुवर विजन इन अ जनरेशन’ के अनुसार एक कार्यप्रणाली निश्चित की गई हैजि से अनकरेक्टेड रिफ्लेक्टिव एरर्स (यूआरई) का २०५० तक निर्मुलन किया जा सकेगा, दुनिया की सबसे बड़ी समस्या यह है की लोगों की दृष्टी में समस्याएं है. इनमें से ३ में से १ मतलब २.७ बिलियन लोग, उनमें से ९० प्रतिशत लोग विकसनशील देशों में रह रहें है . भारत में यह समस्या और गंभीर है जैसे ०.६ मिलियन लोग यूआरई से झुंझ रहें है.
एसिलॉर विजन फाऊन्डेशन (ईवीएफ) के बारे में –
एस्सिलॉर विजन फाऊन्डेशन यह एस्सिलॉर इंटरनैशनल इस विश्व की वरियताप्राप्त ऑप्थॅल्मिक एस्सिलॉर इंटरनैशनल का सामाजिक सेवा विभाग है. दुनिया भर की समस्या दृष्टी है जिस से फिलहाल २.५ बिलियन लोग झुंझ रहें है. मुफ्त जांच और अच्छी ग्लासेस प्रदान करतें हुए समाज की जरूरतों को पूर्ण करनें का काम एस्सिलॉ विजन फाऊन्डेशन द्वारा किया जाता है. https://india.essilorvisionfoundation.org/
एस्सिलॉर के बारें में –
एस्सिलॉर इंटरनैशनल यह दुनिया की वरियतप्राप्त ऑप्थैल्मिक ऑप्टिक्स कंपनी है. एस्सिलॉर की ओर से आंखों की दृष्टी की रक्षा और सुधारनें हेतु लेन्सेस का डिजाईन, उत्पादन और वितरण किया जाता है. उन्होंने दृष्टी में सुधार लाकर जिंदगी में सुधार लानें के मिशन पर कार्य शुरू किया है. इस मिशन को सहयोग देनें हेतु एस्सिलॉर की ओर से २०० मिलियन पाऊंड्स से अधिक का निवेश हर साल संशोधन और नविनता के लिए किया जाता है. तथा नए ब्रान्ड्स और अच्छे उत्पादनों को बाजार में लाया जाता है. उनके महत्त्वपूर्ण ब्राण्ड्स में वेरिलक्स, क्राईजैल, ट्रान्जिशन, आईजेन, एक्सपेरिओ, फॉस्टर ग्रान्ट, बोलोन और कोस्टा का समावेश है. उनकी ओर से बाजार में आंखों की देखभाल करनेंवालें उपकरणों का विकास ,वितरण और सेवा भी किया जाता है . एस्सिलॉर इंटरनैशनल एस्सिलॉर लक्झॉटिका की सहयोगी कंपनी है. एस्सिलॉर एक्झॉटिका के शेअर्स पैरिस बाजार में पंजिकृत है तथा वें युरोस्टॉक्स ५०० तथा सीएसी ४० इंडाईसेस के तहत काम करतें है. कोड्स – आईएसआईएन एफआर००००१२१६६७ :रॉईटर्स ईएसएलएक्स पीए, ब्लूमबर्ग ईएल एफपी
अधिक जानकारी के www.essilor.com लिए यहां भेट दें

इंडिया विजन इन्स्टिट्यूट (आईवीआई) के बारें में –
इंडिया विजन इन्स्टिट्यूट यह एक स्वतंत्र ना मुनाफा तत्व पर कार्य करनेंवाली ट्रस्ट है ( आईटी एक्ट क्लिअरेन्स कानून के एफसीआरए, धारा १२ ए, ८० जी के तहत)जिसकी स्थापना २०१२ में की गई. अत्याधुनिक ऑप्टोमेट्री के लिए कार्य करतें हुए हमारें कार्यक्रम और उपक्रमों में काम किया जाता है. इन में समुचें भारत के दूरदराज के क्षेत्रों में करतें हुए हमनें कई नए मुकाम हासिल किए है. अत्याधुनिक ऑप्टोमेट्री में हमनें काम करतें हुए जानकारी फैलाना, क्षमता का निर्माण, लीडरशीप डेवलपमेंट और संशोधन को बढावा देनें का काम किया जाता है. दृष्टी दोष से छुटकारा पानें के लिए आईवीआई ने सुयोग्य समय पर काम करनें के साथ आँखों की जांच, मुफ्त चष्मे उपलब्ध कराने का काम दूरदराज के तथा गरीब समाज के लिए हमारी ओर से किया जाता है. हमारे आई एन्ड एम्प, आई लर्न एन्ड आई सी एन्ड एम्प, आई वर्क मुहिम ऐसी जगहों पर पहुंच रहीं है जहां यह सेवाएं उपलब्ध नहीं होती विशेष रूप से बच्चों और बड़ों को सेवाएं दी जाती है. (www.indiavisioninstitute.org )

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