टीकमगढ़ – 16 फरवरी 2020 – भारत सरकार ,और प्रदेश सरकारों द्वारा लाखों -करोड़ों रुपया धन खर्च करने के वाद भी उनकी जन जागरूकता अभियान की सार्थकता कभी कभार सुनने और देखने को मिलती है लेकिन बुन्देलखण्ड क्षेत्र के समाज सेवी सामाजिक राष्ट्रीय आदर्श शिक्षा रत्न उपाधि से सम्मानित श्री संतोष गंगेले कर्मयोगी के विचारो से टीकमगढ जिला के विद्यार्थीओ और मिडिया से जुड़े लोगो पर बेहद असर दिखाई दे रहा है। पलेरा क्षेत्र के सोनू विश्वकर्मा , सद्दाम राइन टीकमगढ के सौरभ खरे ने उनकी प्रेरणा से समाजसेवा और गरीबो के बीच अपना अपना जन्मदिवस मनाया और समाज और देश के लोगो को उदाहरण बने । गरीबो , निर्धनों , असहाय लोगों की मदद के लिए वह भरकश प्रयासरत रहते है।
इसी प्रकार से आज टीकमगढ जिला के ही मिडिया से जुड़े श्री उमेश कुशवाहा जो की ग्रामीण पत्रकारिता से है जो ग्राम भगवंतपुरा बम्होरी कला के रहने बाले है। श्री संतोष गंगेले कर्मयोगी के विचारो से प्रभावित होकर उनको बिबाह की रस्मे पूरी करने के पूर्व दूल्हे राजा उमेश कुशवाहा पिता श्री गणपत कुशवाहा निवासी ग्राम भगवंतपुरा, बम्होरी कला क्षेत्र जतारा,ने अपने विवाह के पूर्व घोड़ी पर चढ़ने के पूर्व भारतीय संस्कृति संस्कारों नैतिक शिक्षा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नशा मुक्ति पर्यावरण को संरक्षण करने प्रत्यक्ष उदाहरण पेश किया। रिश्तेदारों , परिवार और समाज के 25 से अधिक नागरिको के बीच सर्व प्रथम बेटी पूजन किया पर एक वृक्ष लगाया पिता और बुजुर्गों का पद पूजन। स्वागत कर आशीर्वाद लिया। नशा मुक्ति , दहेज़ एक कलंक है जैसे समाज विरोधी कार्यो को मिटाने संकल्प लिया।
समाजसेवी श्री संतोष गंगेले कर्मयोगी के विचारो से इस आयोजन की समूचे क्षेत्र सराहना हो रही है ,साथ ही उनके परोपकारी निःस्वार्थ कार्यो से समाज में सुधार और बदलाव की अलख जगती दिखाई देने लगी है।
