आज वैशाखी पूर्णिमा है।
नदी सरोवर में स्नान का है विशेष महत्व
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वैशाखी पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों और सरोवरों में स्नान का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है। वैशाखी पूर्णिमा को गंगा स्नान करने से जन्म-जन्मांतर के पापों से मुक्ति मिल जाती है। मान्यता है कि इस दिन धर्मराज के निमित्त जल से भरा हुआ कलश, पकवान और मिष्ठान का दान करने से गोदान के समान फल मिलता है। वैशाखी पूर्णिमा को शक्कर और तिल का दान करने से अनजाने में हुए पापों से भी मुक्ति मिल जाती है। पितृों के लिए पवित्र नदियों में स्नान कर हाथ में तिल रखकर तर्पण करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और उनसे सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।
सत्य विनायक का व्रत भी रखा जाता है
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वैशाखी पूर्णिमा के दिन पांच या सात ब्राह्मणों को सत्तू, चीनी या गुड़ और तिल का दान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। इस दिन विष्णु मंदिर में घी, चीनी और तिलों से भरा पात्र दान करने से शीघ्र ही मनोकामनाएं पूर्ण होती है। वैशाखी पूर्णिमा को तिल और चीनी से हवन करने पर शुभ फलों की प्राप्ति होती है। वैशाख पूर्णिमा के दिन सत्य विनायक का व्रत रखने का भी विधान है। मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने मित्र सुदामा को सत्य विनायक का व्रत रखने को कहा था। इसके बाद सुदामा की गरीबी दूर हुई थी।