जीवनभर संगठन, समाज व भाषा के लिये समर्पित मार्गदर्शक-वाधवाणी
8 सितम्बर- भारतीय सिन्धु सभा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व संरक्षक श्री लेखराज माधू के असामयिक पर राजस्थान के साथ देशभर के कार्यकर्ताओं ने श्रृद्धासुमन अर्पित किये है। श्री माधू का आज जयपुर में 77 वर्ष की आयु में असामयिक निधन हो गया है।
प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी ने कहा कि श्री लेखराज माधू ने बाल्यकाल से राष्ट्रीय विचारों को लेकर समाज व संगठन की सेवा की जो जीवनपर्यन्त सभी से जुडे रहे। श्री माधू आदर्श विद्या निकेतन, भारत विकास परिषद के साथ सिन्धी भाषा, सभ्यता व संस्कृति को बढावा देने के लिये भारतीय सिन्धु सभा सहित समाज के विभिन्न संगठनों में सक्रिय रहे।
राष्ट्रीय मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा कि श्री माधू संगठन विस्तार व गतिविधियों से सामाजिक, धार्मिक संगठनों को जोडने के लिये निरंतर प्रवास व कार्यक्रमोें के आयोजन में महती सक्रियता से कार्य किये जिससे युवाओं व मातृशक्ति में संगठनों का विस्तार हुआ। श्री माधू कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग के साथ प्रदेश स्तरीय सम्मेलनों के लिये भी सदैव सक्रिय रहे।
मार्गदर्शक कैलाशचन्द्र शर्मा, संगठन महामंत्री डाॅ. कैलाश शिवलाणी, भाषा साहित्य मंत्री डाॅ. प्रदीप गेहाणी, प्रदेश महामंत्री दीपेश सामनाणी, पूर्व कुलपति मनोहरलाल कलरा, सुरेश कटारिया, नवलकिशोर गुरनाणी, हीरालीाल तोलाणी, तुलसी संगताणी, दिलीप पारवाणी, घनश्याम हरवाणी, कमल राजवाणी, महेश टेकचंदाणी (अजमेर) राधाकिशन शिवनाणी (पाली) गिरधारीलाल ज्ञानाणी(खैरथल)घनश्याम मेंघवाणी (हनुमानगढ) गुलाबराय मीरचंदाणी (भीलवाडा) मोहिनी साधवाणी (उदयपुर) श्याम आहूजा (बीकानेर) वासदेव बसराणी,राजा संगताणी (बालोतरा) मूलचंद तलरेजा चन्द्रप्रकाश खूबचंदाणी (कोटा) तीर्थ डोडवाणी,लखमीचंद किशनाणी, दिलीप मूलचंदाणी, (जोधपुर) नरेन्द्र बसराणी, प्रदेश मंत्री (युवा) मनीष ग्वालाणी सहित कार्यकर्ताओं ने अपनी ओर से श्रृद्धासुमन अर्पित की है।
(दीपेश सामनाणी)
प्रदेश महामंत्री
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