*पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास लोगों को अंगदान की ओर प्रेरित करे: डॉ. अनूप कुमार*

*किडनी रोग से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करना आवश्यक *
*पं. गणेश प्रसाद मिश्रा सेवा न्यास द्वारा नवम् स्वास्थ्य परिचर्चा का आयोजन*

*दिल्ली/सतना /छतरपुर।* पं. गणेश प्रसाद मिश्र सेवा न्यास द्वारा शुक्रवार को नवम् स्वास्थ्य परिचर्चा का आयोजन किया गया। सेवा न्यास वर्चुअल माध्यम से कोरोना के वैश्विक संकट के बीच प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के उस आह्वान को जन-जन तक पहुंचा रहा है, जिसके जरिए स्वस्थ और सबल भारत के निर्माण का उद्देश्य निहित है। नई दिल्ली से शुक्रवार को किडनी रोग का उपचार संभव विषय पर आयोजित परिचर्चा में डॉ. अनूप कुमार ने सरल शब्दों में किडनी व पथरी से संबंधित विभिन्न बीमारियों पर जागरूक रहने से समय पर सावधानियों से बचा जा सकता है।सुप्रसिद्ध किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ अनूप कुमार (विभागाध्यक्ष, यूरोलॉजी, रोबोटिक्स, रेनल ट्रांसप्लांट, सफदरजंग अस्पताल एवं वर्धमान मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली) ने किडनी व उससे जुड़ी बीमारियों को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान कीं। इस अवसर पर उन्होंने वेबिनार में जुड़े लोगों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया। वेबिनार में 1863 मोबाइल या लैपटॉप से देश-विदेश से लोग जुड़े रहे। परिचर्चा में 319 प्रश्नों का डॉ. अनूप कुमार ने लाइव सेशन में ही प्रत्यक्ष रूप से सरल व रोचक भाषा में उत्तर दिया। इस अवसर पर डॉ. अनूप कुमार ने कहा कि दो लाख लोगों को हर साल किडनी की आवश्यकता होती है। जिनमें 10 हजार लोगों को ही किडनी मिल पाती है। देश में कई संस्थाएं किडनी दान के प्रति जागरुकता प्रदान करने का कार्य करती हैं। उन्होंने किडनी से जुड़े पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के द्वारा छोटी-छोटी बातें भी प्रभावी तरीके से लोगों को बताईं। उदाहरण के लिए आजकल रोबोटिक्स के जरिए मात्र कुछ मिनट के भीतर ही किडनी का ऑपरेशन किया जा सकता है। रात में कई बार पेशाब आना सामान्य बात है। मृत्यु के उपरांत भी अंगदान किया जाना चाहिए। दधीचि देहदान समिति दिल्ली इस प्रकार के संकल्प पत्र भराने का कार्य करती है। एक व्यक्ति के अंगदान से बीस लोगों को नई ज़िंदगी मिल सकती है।हम सबको यह प्रतिज्ञा करना चाहिये।कार्यक्रम का संचालन न्यास के अध्यक्ष डॉ. राकेश मिश्र द्वारा किया गया। न्यास की सचिव श्रीमती आशा रावत ने सभी का आभार प्रकट किया व उन्होंने कहा कि यह परिचर्चा का शब्दश: वीडियो न्यास के यूट्यूब चैनल पर देखकर लाभान्वित हो सकते हैं ।
*परिचर्चा में शामिल महत्वपूर्ण सवाल एवं डॉ अनूप कुमार द्वारा दिए गए उत्तर*

*प्रश्न : किडनी से जुड़ी गंभीर बीमारी का प्रारंभिक लक्षण क्या है?*
*डॉ अनूप कुमार :* माथे और पैर में सूजन होना किडनी से जुड़ी बीमारी के लक्षण होते हैं।कमजोरी, प्यास व पेशाब मार्ग में असामान्य लक्षण होने लगते हैं।
*प्रश्न : किडनी से जुड़ी बीमारियों से बचने के लिए जीवनशैली को कैसे व्यवस्थित करें?*
*डॉ. अनूप कुमार :* किडनी की पथरी से बचने के लिए मांसाहार से दूर रहें। आरओ का पानी पीएं। ग्रामीण इलाकों में मटके का उपयोग किया जाता है। वह पूरी तरह शुद्ध होता है। पानी और किडनी का गहरा संबंध होता है। हर व्यक्ति को पर्याप्त पानी पीना चाहिए।
*प्रश्न : महिलाओं को किडनी से जुड़े रोग से बचने के लिए क्या करना चाहिए?*
*डॉ अनूप कुमार :* महिलाएं अक्सर लोक लाज के कारण काफी देर तक पेशाब रोक कर रखती हैं, ऐसा न करें। यह गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है।
*प्रश्न : क्या बार-बार पेशाब आना गंभीर समस्या है?*
*डॉ अनूप कुमार :* रात में कई बार अधिक पेशाब आती है, यह सामान्य है। हां, असमान्य तरीके से कई बार पेशाब आने पर जांच अवश्य कराएं।
*प्रश्न : किडनी की पथरी का प्रमुख कारण क्या होता है, क्या एक किडनी से भी व्यक्ति स्वस्थ रह सकता है?*
*डॉ अनूप कुमार :* किडनी की पथरी के कई कारण होते हैं, किन्तु पानी कम पीना और पानी में पोषक तत्वों की कमी प्रमुख कारण होते हैं। एक किडनी से भी व्यक्ति जो किडनी दान देने वाला और लेने वाला दोनों स्वस्थ रह सकते हैं। यहां तक की सामान्य व्यक्ति की तरह बच्चे पैदा करने और अन्य कार्य करने में भी सक्षम होते हैं।
*प्रश्न : देश में किडनी से जुड़ी बीमारियों के उपचार की क्या सुविधाएं उपलब्ध हैं?*
*डॉ अनूप कुमार :* प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाली सरकार ने स्थान-स्थान पर ज़िला केन्द्रों तक डायलिसिस सेंटर बनाए हैं। सफदरजंग हॉस्पिटल में पंजीयन कराने के पश्चात वहां से क्रम के अनुसार किडनी भी मिल जाती है। सफदरजंग हॉस्पिटल में किडनी के रोबोटिक्स के जरिए इलाज का पहला केंद्र बना है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के प्रयासों से लगभग हर जिले में डायलिसिस सेंटर बनाए गए हैं।
*प्रश्न : क्या एक किडनी दान कर भी व्यक्ति स्वस्थ रह सकता है?*
*डॉ अनूप कुमार :* लोगों के मन में रक्तदान के प्रति जिस प्रकार गलत धारणा थी, ठीक उसी प्रकार किडनी देने के प्रति भी गलत धारणा है। किडनी दान करने वाले या किडनी प्राप्त करने वाले दोनों ही एक किडनी से स्वस्थ जीवन यापन कर सकते हैं। वह एक सामान्य व्यक्ति की तरह बच्चे पैदा करने और अन्य कार्य भी सामान्य तरीके से कर सकता है। हम सभी को देश के आदर्श नागरिक और मानवता की सेवा हेतु किडनी दान करना चाहिए। आज दधीचि देहदान समिति के साथ ही कई सामाजिक संगठन इस दिशा में अभूतपूर्व कार्य कर रहे हैं। किन्तु जागरुकता के अभाव के कारण लोग किडनी दान करने से परहेज करते हैं।
बुंदेलखंड के समाजसेवी संतोष गंगेले कर्मयोगी ने डॉ राकेश मिश्रा जी द्वारा स्वास्थ्य समाज परिवार संस्कृति संस्कारों को लेकर मातृभूमि के लिए जो काम किया जा रहा है उसकी उन्होंने ह्रदय से सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया

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