अजमेर। रविवार शाम शास्त्री नगर विकास समिति के तत्वावधान में सामुदायिक भवन शास्त्री नगर में चीन युद्ध के 50 वर्ष विषय पर व्याख्यान माला आयोजित की गई। व्याख्यान माला को संबोधित करते हुए पूर्व ब्रिगेडियर राजेश्वर सिंह ने कहा कि भारत को चीन युद्ध से सबक लेना जरूरी है। 50 साल गुजरने के बाद भी हमारी कुम्भकरणी नींद नहीं टूटी है। मौजूदा दौर में पाकिस्तान नहीं, चीन हमारा सबसे बड़ा शत्रु है। तत्कालीन राजनीतिक नेतृत्व की वजह से हम चीन के साथ एक युद्ध में पराजय का मुंह देख चुके हैं। चीन के चाउ एन लाई ने भारतीय सेना के विकास और शोर्य को रोकने के लिये ही हिन्दी चीनी भाई-भाई का नारा दिया। वहीं मेकमोहन लाइन को मानने से इन्कार कर दिया। इसके 2 साल बाद 1962 में युद्ध का शंखनाद किया। इस युद्ध में मेजर शैतान सिंह ने अपनी कंपनी के साथ चीन के 1350 सेनिकों को मार गिराया। उस वक्त राजनैतिक नेतृत्व की अक्षमता भारी पडी और हम युद्ध हार गये।
पुष्कर के चित्रकुट धाम के संत पाठक महाराज ने राष्ट्र धर्म को सब धर्मों से ऊंचा बताया। कार्यक्रम को आरएसएस के महानगर संघचालक सुनील दत्त जैन ने भी संबोधित किया। पूर्वांचल सीमा पर सरहद को परिणाम कार्यक्रम के तहत 10 स्वयं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में समिति अध्यक्ष सम्मानसिंह बडग़ुर्जर, डॉ. बद्री प्रसाद पंचोली, आनन्द सिंह राजावत, बी पी सारस्वत, सोमरत्न आर्य, कंवल प्रकाश किशनानी सहित अनेक गणमान्य लोग और पदाधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम के अन्त में सांस्कृतिक संस्था सप्तक के कलाकारों ने देश भक्ति गीत प्रस्तुत किये।