ईस्टर Part 2

ईस्टर अंडे का महत्त्व

dr. j k garg
ईस्टर मे, अंडे का बहुत महत्व है क्योंकि, जिस प्रकार चिड़िया सबसे पहले, अपने घोसले मे अंडा देती है. उसके बाद उसमे से, चूजा निकलता है उसी प्रकार, यहा अंडे को एक शुभ स्मारक माना है | ईस्टर मे अंडे का अनेकों तरीके से उपयोग किया जाता है | कही पर अण्डों पर चित्रकारी करके, कही दुसरे रूप मे सजा कर, उपहार के रूप मे परस्पर एक दूसरे को दिया जाता है | कनाड़ा में विश्व की सबसे बड़ी ईस्टर एग्ग की साइट है |

पश्चिमी ईसाई धर्म के लोग ईस्टर सीज़न के दौरान “ऐश वेड्नस्डे” को उपवास रखना शुरू करते हैं और ईस्टर संडे को अपने उपवास का अंत करते हैं।

भारत मे ही नही बल्कि, सम्पूर्ण विश्व मे जहा गुड फ्राइडे को शांति से बनाते है वही ईस्टर को उतनी ही धूम-धाम से बनाया जाता था | भारत मे मुख्य रूप से मुंबई , गोवा और पूरे भारत मे जहा भी अधिकतर क्रिश्चियन लोग निवास करते है वहां पर चर्च को विशेष रूप से, सजाया जाता है | गुड फ्राइडे व ईस्टर को बनाने वाले सभी लोग इस दिन चर्च मे जाते है, और उनके धर्म से संबंधित गीत गाते है, प्रार्थना करते है ,कही जगह नृत्य और ,अन्य कार्यक्रम के अयोजन होते है | सभी एक दूसरे को गिफ्ट्स, फ्लावर्स , कार्ड, चोकलेट, केक देकर परस्पर शुभकामनाएं एवं बधाईयाँ देते हैं | सुबह से शाम तक पार्टी चलती है ईस्टर मे जिसमे, पारंपरिक लोकप्रिय लंच-डिनर होता है |

संकलनकर्ता एवं प्रस्तुतिकरण—–डा.जे. के.गर्ग
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