ब्लू योंडर का एआई-पावर्ड लॉजिस्टिक्स प्लेटफॉर्म ल्युमिनेट कंट्रोल टॉवर पर्यावरण के लिये अच्छी और कम खर्चीली सप्लाय चेन्स को एक वास्तविकता बना रहा है। वह व्यवसायों को सही जगह और सही समय पर सही उत्पाद की आपूर्ति करने और अपना कार्बन फुटप्रिंट कम करने में सक्षम भी बना रहा है। ल्युमिनेट कंट्रोल टॉवर माइक्रोसॉफ्ट एज्योर पर बना एक एआई-पावर्ड सप्लाय चेन लॉजिस्टिक्स प्लेटफॉर्म है, जो पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव रखने और लागत की बचत में संस्थाओं की सहायता करता है। ‘बेहतर सप्लाय चेन का मतलब है बेहतर धरती’, इस फिलोसॉफी के अनुसार यह प्लेटफॉर्म परिवहन मार्गों का उचित इस्तेमाल करता है, जिससे ईंधन की लागत, कार्बन क्रेडिट्स और स्थायित्व से जुड़े अन्य उद्देश्य सीधे तौर पर प्रभावित होते हैं। यह प्लेटफॉर्म आपूर्ति में देरी और कार्बन उत्सर्जनों में बढ़त से संभावित कंपनी सप्लाय चेन्स की बाधाओं की पहचान कर उनका समाधान करता है।
ल्युमिनेट कंट्रोल टॉवर अपनी सप्लाय चेन की बेहतर विजिबिलिटी रखने और व्यवसायों के लिये अनछूए अवसरों की पहचान में ग्राहकों की सहायता के लिये माइक्रोसॉफ्ट एज्योर का इस्तेमाल करता है। इसके लिये वह बिक्री के पुराने प्रचलनों को देखता है, प्रतिस्पर्द्धी का विश्लेषण करता है और स्थानीय त्यौहारों या वैश्विक महामारी जैसे कारकों के समग्र आर्थिक प्रभाव का विश्लेषण करता है। यह कारक आपूर्ति, विनिर्माण या मांग को प्रभावित करने वाली कोई भी चीज हो सकती है।
ब्लू योंडर में एशिया पैसिफिक के ग्रुप वाइस प्रेसिडेंट विशाल धवन ने कहा, “हमारा लक्ष्य है वर्ष 2025 तक बचत और क्षमता के मामले में 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर बचाने में अपने ग्राहकों की मदद करना। एज्योर के बिल्ट–इन टूल्स हमें कम समय में बहुत सारे डाटा को प्रोसेस करने की क्षमता देते हैं और हम चीजों को तेजी से चलाने और आउटपुट के साथ वापसी करने में योग्य बनने के लिये उन सर्विसेस का इस्तेमाल कर रहे हैं। एज्योर के कारण हम कोविड-19 महामारी और स्वेज कैनाल ब्लॉकेज जैसी अभूतपूर्व घटनाओं के दौरान संभावित परिदृश्यों के निर्माण और सूचित निर्णय लेने में अपने ग्राहकों की सहायता कर सके और हमने उच्च प्राथमिकता वाले ग्राहकों की सप्लाय चेन्स में रियल-टाइम विजिबिलिटी दी।”
कोविड-19 महामारी के दौरान सप्लाय चेन की वैश्विक बाधाओं में सहायता के समाधानों के लिये कई संस्थानों ने ब्लू योंडर की ओर रुख किया था, क्योंकि उन बाधाओं के कारण विश्वभर में कई उत्पादों की भारी कमी हो गई थी। माइक्रोसॉफ्ट एज्योर का इस्तेमाल कर ब्लू योंडर ने व्यवसायों को उत्पादन, कमी और वितरण की वैकल्पिक योजनाएं बनाने में समर्थ किया और इस प्रकार लॉकडाउन तथा अन्य प्रतिबंधों का प्रभाव कम हुआ। लॉकडाउन के दौरान कच्चे माल और तैयार चीजों वाले ट्रक आसानी से नहीं चल पा रहे थे। ब्लू योंडर के टूल्स का इस्तेमाल करने से उन्हें प्रतिबंधों के बारे में रियल-टाइम में सूचना मिली और वैकल्पिक मार्गों के सुझाव भी प्राप्त हुए। इसी प्रकार, अगर कोई सप्लायर कंटेनमेंट ज़ोन में था, तो इन टूल्स ने ग्राहकों को वैकल्पिक सप्लायर्स का सुझाव दिया।
इसी साल हुआ स्वेज कैनाल ब्लॉकेज एक अन्य घटना थी, जिसने विश्वभर में लॉजिस्टिक्स और सप्लाय चेन्स को प्रभावित किया। ब्लॉकेज के दौरान ब्लू योंडर 500 मिलियन अमेरिकी डॉलर के उत्पादों वाले 200 से ज्यादा कंटेनरों की ट्रैकिंग कर रहा था, जो 30-ऑड वेसल्स पर थे। लगभग एक सप्ताह तक विश्व के सबसे महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग के बंद रहने के दौरान ब्लू योंडर ने स्थिति पर सक्रिय निगरानी के लिये एक क्रॉस फंक्शनल टीम बनाई थी। उन्होंने कई स्रोतों या फीड्स के माध्यम से यह रियल-टाइम सूचना एकत्र की, जैसे दैनिक खबरें, मौसम की जानकारी, कंटेनरों पर इंस्टाल्ड सेंसर्स, और जीपीएस। ल्युमिनेट कंट्रोल टॉवर का इस्तेमाल कर ब्लू योंडर ने तय पोर्ट पर ग्राहकों की चीजों के आने की तारीख का अनुमान लगाया और ग्राहकों को विलंब की सूचना भी दी। उन्होंने रियल टाइम में उत्पादन क्षमताओं और बिक्री पर और आखिरकार अपने ग्राहकों के जीवन पर विलंब का प्रभाव बताया।
अभी 3,000 से ज्यादा कंपनियाँ ब्लू योंडर की सेवाओं का इस्तेमाल कर रही हैं। ल्युमिनेट कंट्रोल टॉवर अभी ग्राहकों के लिये उनकी सप्लाय चेन्स के लिये विजिबिलिटी, प्रेडिक्शन और प्रेस्क्रिप्शंस की पेशकश कर रहा है। इसके आगे, कंपनी की योजना ऑटोनॉमस सप्लाय चेन्स बनाने की है। ल्युमिनेट कंट्रोल टॉवर का इस्तेमाल कर ब्लू योंडर ज्यादा मजबूत सप्लाय चेन बनाने के तरीके अपने ग्राहकों के लिये प्रेडिक्ट और प्रेस्क्राइब कर सकता है और उस योजना के निष्पादन में मदद भी करता है।