दक्षिण विधानसभा कांग्रेस प्रत्याक्षी हेमन्त भाटी के नेतृत्व में केन्द्रीय कार्यषाला अजमेर में प्रषासन द्वारा कर्मचारियों से भेद-भाव व अन्यायपूर्ण नीति अपनाने बाबत् मुख्य उत्पादन प्रबंधक महोदय रोडवेज केन्द्रीय कार्यषाला माखुपुरा, अजमेर का ज्ञापन सौपा गया।
यह जानकारी देते हुए हेमन्त भाटी ने बताया कि केन्द्रीय कार्यषाला अजमेर कि स्थापना वर्ष 1964 में श्रीमान् मोहनलाल सुखाड़िया तत्कालीन मुख्यमंत्री द्वारा की गई थी तथा यह रोडवेज का उद्योग राष्ट्रीय कांग्रेस की देन है। वर्तमान में प्रषासन द्वारा इनकी अनदेखी करते हुये जीर्ण-क्षीर्ण अवस्था में पहंुचा दिया गया है। साथ ही केन्द्रीय कार्यषाला के प्रषासन द्वारा एक यूनियन जो कि भारतीय जनता पार्टी समर्पित है जिसका नाम (भारतीय मजदूर संघ) है। स्थानीय प्रषासन द्वारा इस यूनियन के पदाधिकारियों को असंवैधानिक लाभ देते हुये दूसरी यूनियनो के कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है जो निम्न प्रकार है:-
1. यह कि भारतीय मजदूर संघ के कर्मचारियों द्वारा श्री मनिदंर सिंह पुत्र श्री सुखपाल पद आर्टिजन ग्रेड द्वितीय के साथ मारपीट व अभद्र व्यवहार व गाली-गलौच की गई जिसकी लिखित रिपोर्ट श्रीमान् मुख्य उत्पादन प्रबंधक को दी गई है जिसमें जॉंच के नाम पर केवल खाना पूर्ति की गई है।
2. यह कि पूर्व में भी श्री रामकिषोर उदरिवाल द्वारा कार्यालय में बैठकर इस यूनियन विषेष के कर्मचारियों को नियमाविरूद्ध 09, 18, 27 का चयनित वेतनमान व गलत फिक्सेषन किया गया जिसकी षिकायत मुख्यालय व स्थानीय प्रषासन को भी दी गई सि पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही आज दिनां तक नहीं हो पाई है।
3. यह कि इसी यूनियन के एक कर्मचारी द्वारा कार्यषाला से बैट्री चोरी कांड में संदिग्ध था। जिसकी एफ.आई.आर आदर्ष नगर पुलिस थाने में हुई थी। इसी कर्मचारी के बयान भी यही संकेत दे रहे थे कि बैट्री चोरी कांड में इसका हाथ था, परन्तु प्रषासन द्वारा दो सुरक्षा प्रहरी (जो संविदा में लाए हुए थे) को बर्खास्त करके जॉंच के नाम पर लिपा-पोती की गई।
4. यह कि इस यूनियन विषेष के कर्मचारियों पर प्रषासन की विषेष कृपा बनी रहती है। इसके चलते इनको अपने नियुक्ति पद के आधार पर कार्य नहीं किया जा रहा है। जैसे-टायर विभाग में लगभग 9 कर्मचारी ऐसे है जिनको इनके द्वारा टायर विभाग में ना लगाकर अन्य कार्य लिया जा रहा है जिसके कारण टायर प्लान्ट का बैकलॉग बढ़कर 1400 हो गया है। इन कर्मचारियों की वजह उत्पादन कार्य में कमी आई है।
5. यह कि टायर प्लान्ट एक संवेदनषील विभाग है, परन्तु यहॉं पर वर्तमान में नवनियुक्त कनिष्ठ कार्यदेषक श्री राकेष कुमार को उत्पादन प्रबंधक का कार्यभार द्वेषतापूर्ण रूप से दिया गया है । जबकि कार्यषाला में पूर्व में अनुभवी अधिकारी कार्यरत है।
6. यह कि केन्द्रीय कार्यषाला की परिसर में तत्कालेष्वर महोदव मन्दिर स्थित है जिसकी एक कमेटी होती आई है उसमें सर्वकालीन अध्यक्ष श्रीमान् मुख्य उत्पादन प्रबंधक है। इस कार्यकारिणी में इस यूनियन के पदाधिकारियों को लिया गया साथ ही कमेटी द्वारा आज दिनांक तक आय-व्यय का लेखा-जोखा किसी को भी नहीं दिया गया जो कि भ्रष्टाचार को बढ़ावा देता है।
7. यह कि कार्यालय मंे कार्यरत कर्मी भी इन लोगो के कार्य बिना रोक-टोक के संपादित कर देते है जिससे इनके एवं सदस्य द्वारा फर्जी मेडिकल प्रमाण पत्र दिया जाता है जिसकी रिपोर्ट मय सबूत के श्रीमान् मुख्य उत्पादन प्रबंधक महोदय को दी गई परन्तु कोई कार्यवाही नहीं की गई।
8. यह कि प्रषासन द्वारा फैक्ट्री एक्ट 1967 की खुलेआम धज्जियॉं उडाई जा रही है। जब से केन्द्रीय कार्यषाला की स्थापना हुई है तब से लेकर 2021 तक स्टॉफ बसो की सुविधा कर्मचारियों को लाने व ले जाने के लिये की गई थी जो निःषुल्क थी, परन्तु जुलाई 2021 से स्टॉफ बसो का संचालन पूर्ण रूप से बंद है जो प्रषासन की अर्कमण्यता को दर्षाता है।
ज्ञापन में यह मांग की गई कि जो भेदभाव प्रषासन द्वारा किया जा रहा है और इस उद्योग की आर्थिक स्थिति के नाम पर बंद करने की और धकेल रहे है जो कि गलत है। आपके द्वारा स्थानीय प्रषासन व मुख्यालय स्तर पर कार्यवाही करके सभी कर्मचारियों को अनुग्रहित कराये।
ज्ञापन देने वालो में युवक कांग्रेस अध्यक्ष लोकेष शर्मा, पार्षद नरेष सारवान, निर्मल बैरवाल, चन्दन सिंह, कन्हैयालाल बुन्देल, ईष्वर राजोरिया, चन्द्रषेखर पालीवाल, पवन ओड, शमषुद्धीन, सुरज हरियाला, पुनित साखंला, दीपक यादव आदि मौजूद रहे।,
