प्रख्यात नाट्यधर्मी व साहित्यकार उमेश कुमार चौरसिया द्वारा लिखित एवं निर्देशित आॅडियो प्रोग्राम ‘मिन्नी म्याऊँ‘ को राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् एनसीईआरटी द्वारा फाउण्डेशन लेवल स्वतंत्र फिल्मकार वर्ग के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ आॅडियो का पुरस्कार प्रदान किया गया है। ‘26वें अखिल भारतीय बाल शैक्षिक श्रव्य-दृश्य महोत्सव 2022‘ में इस वर्ग के लिए प्रस्तुत देशभर की 15 प्रविष्टियों में से राष्ट्रीय स्तर पर इसका चयन हुआ है। नाट्यवृंद फिल्म्स द्वारा प्रस्तुत इस पंद्रह मिनिट के आॅडियो प्रोग्राम में नानी कुछ बच्चों को मिन्नी म्याऊँ और चूहों की कहानी सुनाती है, जिसमें काव्य और गीतात्मकता का रस लावण्य लिये कथानक में बच्चों को खेल-खेल में दो का पहाड़ा सहज समझ में आता है।
द टर्निंग पाइंट पब्लिक स्कूल के निदेशक डाॅ अनन्त भटनागर के सहयोग से निर्मित इस आॅडियो में नानी का आकर्षक स्वर वर्षा शर्मा चढ्ढा ने तथा बच्चों के स्वर मुस्कान भागवानी, पायल लालवानी, महक शहजादपुरी, कृष्णा पारीक, साहिल भागवानी, राजवीर सिंह और वर्षा चैधरी के हैं। संपादन का कुशल कार्य प्रसिद्ध आरजे अजय वर्मा ने किया है। उल्लेखनीय है कि उमेश कुमार चौरसिया बारह वर्षाें से बीएड व एमएड विद्यार्थियों को शिक्षा में नाट्यविधा के प्रयोग का प्रशिक्षण दे रहे हैं। पूर्व में ‘गंगा की पुकार‘ व ‘गोलू बंदर‘ के बाद लगातार तीसरे वर्ष एनसीईआरटी द्वारा चौरसिया को राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ आॅडियो के लिए पुरस्कृत किया गया है। हाल ही में उमेश चौरसिया रचित स्वामी विवेकानन्द पर केन्द्रित बाल नाटक ‘मेघावी नरेन्द्र‘ का चैथा विशेष संस्करण राष्ट्रीय पुस्तक न्यास एनबीटी द्वारा समग्र शिक्षा के तहत निःशुल्क वितरण के लिए प्रकाशित किया गया है।