जिले के बेरोजगार कला शिक्षक ( चित्रकला संगीत) अभ्यर्थी 21 अगस्त 2022 को शिक्षा विभाग द्वारा कला शिक्षा विषय में किये जा रहे फर्जी मूल्यांकन, केंद्र सरकार द्वारा प्रदत बजट राशि के दुरुपयोग व कला शिक्षकों के पद सृजित कर भर्ती नहीं करने के विरोध में “राजस्थान सरकार” के खिलाफ कलाओं के माध्यम से घर-घर पर अपने चित्रों पेन्टिंग , मूर्ति, वादयन्त्रो, नृत्य, गीत, संगीत कलाओं से सत्याग्रह प्रर्दशन कर राजस्थान सरकार के खिलाफ विरोध करेगे अजमेर जिले के बेरोजगार कला शिक्षक अभ्यर्थियों.सीमान्त ज्योतियाना, हेमन्त धवल,शरद मालाकार, शाहरूख कुरैशी ने बताया कि अनिवार्य कला शिक्षा (चित्रकला संगीत) विषय के मामले में सचिव राज्यपाल राजस्थान पत्र पर गठित कला शिक्षा विशेषज्ञों की कमेटी की रिपोर्ट अनुशंसा को 8 महिने से शिक्षा विभाग ने लागू नहीं कर रोक लगा रखी जिससे बेरोजगार कला शिक्षक अभ्यर्थियों मे रोष व्यक्त है कला शिक्षा की अनुशंसा लागू नहीं होने कारण इस वर्ष भी प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत लाखों बच्चों को अनिवार्य कला शिक्षा के शिक्षण से वचिंत रहना पडेगा! पिछले 30 वर्षों से राजस्थान में कक्षा 1 से 10 तक बच्चों कला शिक्षा(चित्रकला संगीत) का शिक्षण तक नहीं मिलता है न बच्चों के पास कला शिक्षा की पुस्तक उपलब्ध है और वर्ष 1992 से न ही कला शिक्षकों पद सृजित भर्ती हुई है जिससे हर वर्ष मजबूरी में राजकीय विद्यालयों कार्यरत अन्य विषय के शिक्षकों को बिना कला शिक्षा शिक्षण के मूल्यांकन कर अंक तालिका में ग्रेड जारी करनी पड़ती है! कला शिक्षा के शिक्षण लिए केन्द्र सरकार करोड़ों रूपयों का बजट लगातार राजस्थान सरकार को भेज रही है बकायदा 377 करोड़ों के बजट से लगभग 5000 से अधिक कक्षा 9,10 के लिए आर्ट क्राफ्ट रूम के लिए खर्च हो चुका है लेकिन कला शिक्षकों के पद सृजित नहीं होने कारण आर्ट क्राफ्ट रूमों की स्कूल में उपयोगिता नज़र नहीं आती है न ही वो आर्ट एण्ड क्राफ्ट रूम नज़र आते है कला शिक्षा व कला शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ किये जा रहै इसी भेदभाव को लेकर बेरोजगार कला शिक्षक अभ्यर्थियों मे रोष फैल रहा है! यह जानकारी जिले के बेरोजगार कला शिक्षक अभ्यर्थियों ने दी!