उत्तम सौच धर्म

केकड़ी 3 सितंबर(पवन राठी)
सभी कसायो का प्रभाव होने पर शौच धर्म प्रकट होता है।जिसकी चित भूमि संतोष रूपी मधुर जल से असिंचित है, वही शौच धर्म है।लोभ, कसाय त्याग करना शौच धर्म है। बोहरा कॉलोनी स्थित श्री नेमिनाथ मंदिर में सांगानेर से पधारे पंडित कमल शास्त्री ने अपने शास्त्र सभा के दौरान धर्म सभा में कहे।
इन्हीं के निर्देशन मैं सुमधुर संगीत के साथ श्री दशलक्षण महामंडल विधान एवं तीसचौबीसी विधान के श्रीफल सहित अर्घ चढ़ाए गए। प्रातःजिनाअभिषेक ,शांतिधारा एवं नित्य नियम पूजा के साथ भगवान पुष्प दंत के मोक्ष कल्याणक पर सभी साधर्मी बंधुओं द्वारा मोदक अर्पण किया गया। शाम को आरती ,भक्ति संगीत ,शास्त्र प्रवचन, प्रश्नोत्तरी व नेमिनाथ जैन पाठशाला के बच्चों द्वारा सुंदर नाटक प्रस्तुत किया गया । घंटाघर स्थित श्री आदिनाथ मंदिर में आयोजित त्रैलोक्य महामंडल विधान व अंकित शास्त्री एवं दीपा दीदी एवं रेशू दीदी के निर्देशन मे श्रीफल सहित आर्य चढ़ाए गए। शाम को आरती, शस्त्र सभा ,प्रश्नोत्तरी सहित रिद्धि -सिद्धि मंत्रों के साथ श्री भक्तांबर पाठ का दीप प्रज्वलित के साथ किया गया।

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